-आशा ने जाने हिंसा को रोकने के लिए कानूनी उपाय
– विभिन्न कौशल का कराया गया अभ्यास
फतेहगजं पश्चिमी (बरेली)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत महिला हिंसा पर पांच दिवसीय आशा प्रशिक्षण कार्यक्रम के चतुर्थ चक्र के तृतीय बैच के तृतीय दिवस पर राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर समाजसेवी ने कहा कि समुदाय में हिंसा के मुद्दे पर काम करते समय आत्मरक्षा भी जरूरी है जिसको समूह चर्चा के द्वारा समझाया गया| राज्य प्रशिक्षक ने हाथ धोने, वजन लेना, तापमान लेने, नवजात शिशु को कंबल में लपेटने के साथ-साथ निश्चय किट, ओआरएस के घोल आदि के कौशल का अभ्यास कराया| प्रशिक्षण में एनजीओ जेपीएसटीएसएस के अध्यक्ष एवं राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर ने प्रशिक्षण के दौरान हिंसा को रोकने के लिए कानूनी उपाय पर चर्चा करते हुए आशाओं को समझाने का सफल प्रयास किया| पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर, जिला प्रशिक्षक देशराज सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों के चार समूह बनाकर चर्चा करते हुए केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न विषयों को समझाने का सफल प्रयास किया| जिसमें बीसीपीएम मीना का विशेष सहयोग रहा| उक्त प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीसीपीएम, आरएम एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार की देखरेख में चल रहा है तृतीय बैच का समापन 17 जुलाई को 29 आशा को प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न होगा।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट