बरेली। महिलाओं के लिए हरियाली तीज को लेकर इस बार खासा उत्साह है। श्रृंगार के साथ ही महिलाओं को इस पर्व मे मेंहदी लगवाने का महत्व है। वैसे तो हरियाली तीज शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। हरियाली तीज आमतौर पर नाग पंचमी के दो दिन पहले आती है। इस साल हरियाली तीज का त्योहार रविवार को मनाया जाएगा।मान्यता है हरियाली तीज का त्यौहार भगवान शिव व माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं माता पार्वती की पूजा करती है और सुखी विवाहित जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन महिलाएं नए कपड़े पहनती हैं और सोलह श्रृंगार करती है लेकिन सबसे ज्यादा इस पर्व मे मेंहदी लगवाने का बहुत महत्व है। कोरोना महामारी के दो साल बाद पड़े इस पर्व पर बाजार में महिलाएं, युवतियां बहुत ही उत्साह से मेंहदी लगवा रहीं हैं। इस मौके पर कैंट की रहने वाली आकांक्षा ने सिविल लाइन में मेंहदी लगवाने के दौरान बताया कोविड महामारी के दौरान घर पर ही इस पर्व को मनाया गया था। इस बार महामारी से राहत है। साल भर इस पर्व का इंतजार रहता है। घर में पूजा करने के साथ मेंहदी का अलग ही क्रेज है। वैसे तो हरियाली तीज का पर्व सुहागिनों के लिए होता है लेकिन युवतियां भी इस पर्व में बढ़ चढ़ कर मेंहदी लगवाती हैं। साथ ही इस पर्व में व्रत रखकर अच्छे वर की कामना करती है। मेंहदी लगाने वाले सत्यप्रकाश ने बताया कि दो साल से कोविड महामारी के कारण काम नहीं मिला था। इस बार कुछ आस है। उनके यहां सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए में मेंहदी लगाई जा रही है। जिसमें जयपुर, ऐरेविक, मारवाड़ी मेंहदी लगाने की ज्यादा डिमांड है। हाथ पैरों में 21 सौ रुपए का पैकेज है।।
बरेली से कपिल यादव