उत्तराखंड/पौड़ी: सरकार द्वारा किसानों की आय को दुगनी करने के लिए सीमांत एवं छोटे किसानों पशु पालकों के लिए सहकारी समितियों के जरिये 1 लाख का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है इसमे भी कई समितियाँ व्यक्ति विशेष को ही लोन बांट रही है अधिकतर मध्यम वर्गीय किसान को कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं
बात ये है कि सघन सहकारी समितियों ने सबसे ज्यादा पशुओं लोन के लोन दिये है जिसमे गाय बकरी आदि है परंतु बैंक द्वारा इन पशुओं का इंश्योरेंस नही किया जा रहा है जो कई पशु पालकों को भारी पड़ रहा है।
आजकल पहाड़ो में बाघ का आतंक छा रखा है कई जगहों पर बाघ द्वारा कई मवेशियों को शिकार बना दिया गया है इन मवेशियों का इंसोरेंस न होने के कारण पशुपालकों को भारी नुकसान हो रहा है
अभी विगत दिनों में यमकेस्वर ब्लॉक के डूँगा गांव में एक व्यक्ति की 8 बकरियों को बाघ ने निवाला बना दिया उस व्यक्ति ने बकरियां सहकारी समिति से लोन उठाकर ली थी यदि शायद समिति या बैंक द्वारा इनका इंसोरेंस करवाया होता तो उस व्यक्ति को नुकशान नही होता
जानकारी के अनुसार इन समितियों ने जिला सहकारी बैंक के जरिये करोड़ो रूपये के बिना ब्याज के लोन बांटे है लेकिन कभी भी सहकारी समिति के अधिकारियों ने ये नही देखा की क्या वास्तव में व्यक्ति गाय या बकरी लाया है
हमारी पड़ताल के अनुसार 50% लोन फर्जी हुये है याने की लोगो ने गाय भी नही ली लेकिन लोन डकार गए इस गड़बड़ झाले में पशु चिकित्सक भी शामिल है जिनके द्वारा चिकित्सालय में बैठे बैठे ही पशु का मेडिकल तैयार कर दिया गया 15 सो से लेकर 2500 रुपये में पशु चिकित्सक फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर दे रहे हैं।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल