आयोध्या। श्रीराम मंदिर के शिखर पर होने वाले ऐतिहासिक ध्वाजारोहण के निमित्त बीते 20 नवंबर को कलश यात्रा और प्रायश्चित पूजा के साथ अनुष्ठान शुरू हुआ। अभी 24 नवंबर तक प्रतिदिन इसी तरह के पूजन अनुष्ठान होंगे। इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान डॉ अनिल मिश्रा जी हैं, जो श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य हैं। लेकिन इसके अलावा अयोध्या जिले के सात अन्य लोगों सहित लगभग 21 यजमान प्रतिदिन अनुष्ठान व पूजन में शामिल रहते हैं। अयोध्या के जिन लोगों को यजमान होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है उनमें अयोध्या राज परिवार के शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र सपत्नी, भाजपा नेता शैलेंद्र कोरी सपत्नी, डॉ. अजय प्रताप सिंह (पूर्व चीफ प्रॉक्टर) सपत्नी, डॉ नानक सरन सपत्नी, मिल्कीपुर विधायक चंद्रभान पासवान के माता-पिता, पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी का बेटा और बहू तथा पीयूष सिंघल सपत्नी शामिल हैं।
इन सभी यजमाओं को प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे मंदिर परिसर में पूजन स्थल पर पहुंच जाना होता है, 1:30 बजे भोजन के लिए ब्रेक होता है फिर 2:30 बजे पूजन शुरू हो जाता है, 4:00 बजे थोड़ी देर के लिए चाय का ब्रेक और उसके बाद 6:30 बजे अनुष्ठान का समापन होता है।
आज द्वितीय दिवस भी विधि विधान से पूजन किया गया। एक हजार तुलसी पत्र से भगवान श्री राम का सहस्त्र नामार्चन हुआ।
आचार्यों द्वारा पहले दिन की भांति ही गणपति पूजन, पंचांग पूजन, षोडष मातृका पूजन के बाद मंडप प्रवेश पूजन कराया गया। इसके बाद योगिनी पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, वास्तु पूजन, नवग्रह पूजन, और प्रधान मंडल के रूप में रामभद्र मंडल व अन्य मंडलों का आह्वान पूजन हुआ।
इस अवसर पर मुख्य आचार्य चंद्रभान शर्मा, उपाचार्य रविंद्र पैठणे, यज्ञ के ब्रह्मा व आचार्य पंकज शर्मा ने पूजन संपन्न कराया। पूजन व्यवस्था प्रमुख आचार्य इंद्रदेव मिश्र व आचार्य पंकज कौशिक की देखरेख में समस्त अनुष्ठान संपन्न हुआ।
श्रीराम मंदिर ध्वजारोहण पूजन अनुष्ठान: जानिए कौन-कौन हैं यजमान.?
