श्रीमद्भागवत कथा के 7 वें दिन कथा व्यास व्योम त्रिपाठी ने मित्रता और शत्रुता के सम्बंधों पर की चर्चा

बरेली। नाथ नगरी बरेली धाम के श्रीबिहारी जी मंदिर, बिहारीपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस अर्थात सातवें अंतिम दिन कथाव्यास श्री व्योम त्रिपाठी जी महाराज ने 100 अपमान सहन करने के बाद भगवान श्री कृष्ण द्वारा शिशुपाल के वध, कृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनाते हुए जीवन में शत्रुता एवं मित्रता सम्बन्धों की विस्तृत व्याख्या की।

इसके अलावा उन्होंने भगवान दत्तात्रेय के 24 गुरुओं के बारे में बताया तो वहीं 64 विधाओं की भी जानकारी भक्तों को दी। अंत में यदुकुल विध्वंस की कथा सुनाकर श्रीमद्भागवत के इस ज्ञान यज्ञ को विराम दिया। तदुपरान्त भक्तों ने व्यास पूजन कर कथा सुनाने के लिए कथा व्यास का आभार व्यक्त किया।

कथा व्यास ने रुक्मिणी विवाह के उपरांत का वर्णन करते हुए कहा कि विवाह के बाद वे द्वारिकापुरी पहुंचे और कुछ समय पश्चात बड़े बेटे प्रद्युम्न का जन्म हुआ, जिनको बाल्यावस्था में ही एक राक्षस उठा कर ले गया और आकाश से समुद्र में फेंक दिया जहां उनको एक मछली निगल गयी, उस मछली को मछुआरे ने पकड़ कर राजा को सौंप दिया जहां रसोईघर में जब उसको चीरा गया तो प्रद्युम्न जी प्रकट हुए, उसी रसोई में कार्यरत एक नारी जोकि कामदेव की पत्नी रति है का सामना होता है, वो प्रद्युम्न के रूप मे अपने पति कामदेव का दर्शन करती हैं। महादेव के द्वारा भस्म हुए कामदेव इस जन्म में प्रद्युम्न बने।

कथा व्यास ने कहा कि आप बस बांके बिहारी की चौखट पर पहुंच जाओ बाकी गले लगाने का काम उनका है।
तेरे दर पर पहुंचने से पहले मैं कमजोर होता हूँ
तेरे दरबार आने के बाद मैं कुछ और होता हूँ।

आज कथा में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद छत्रपाल गंगवार, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, अनिल कुमार सक्सेना एडवोकेट, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, विधायक संजीव अग्रवाल ने शामिल होकर प्रभु कृपा प्राप्त की।

कथा में मुख्य यजमान के रूप में अतुल कपूर व सोनिया अतुल कपूर तथा यजमान अनूप मेहरोत्रा व अंशु मेहरोत्रा, वरुण मेहरोत्रा, मोहित कपूर व सोना कपूर, नरेंद लूथरा व मोना लूथरा, राम औतार लूथरा, पंडित शिवम शर्मा व खुशबु शर्मा, श्रीमती अनीता शर्मा, अमित कपूर, मीनू कपूर, श्रीमती अरुणा कपूर, शिवम कपूर व स्तुति कपूर, आनिया कपूर, कृष्ण पाल सिंह, श्रीमती अनुष्का सिंह, अध्ययन सिंह, श्रीमती पूर्णिमा मेहरा, आलोक सक्सेना व रानी सक्सेना, प्रद्युम्न सक्सेना रहे तथा अन्य भक्तों में अनिल अरोड़ा, बरखा अरोड़ा, रेखा कपूर, शिवम कपूर, विक्रम कपूर, देवेन्द्र जोशी, विष्णु शर्मा, अजय चौहान, निर्भय तिवारी, पारस नाथ शर्मा, गिरिजा शंकर कक्कड़, शैनकी सचदेव, पवन, पायल, शोभा टण्डन, सीमा गोसाई, मनोज गोसाईं व ऋतु गोसाईं, माया कपूर, पूर्णिमा मेहरा, रति मेहरोत्रा, रानी सक्सेना, प्रदीप गुर्जर शेरा, निखिल वर्मा, बब्बु जी, मंजू आदि शामिल रहे।

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