बरेली। गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर रविवार के गुरुद्वारे में गुरु पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें रागी जत्थों व कथा वाचकों ने गुरु गोविंद सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर रविवार को कस्बे के श्री गुरु हर गोबिन्द साहिब गुरुद्वारा में गुरु पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली बंगला साहिब गुरुद्वारा के रागी जत्था सरदार देवेन्द्र सिंह मीत व कविश्री कुलवंत सिंह ने गुरु गोविंद सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरु गोविंद सिंह एक महान कर्मप्रणेता, अद्वितीय धर्मरक्षक, ओजस्वी वीर रस के कवि के साथ ही संघर्षशील वीर योद्धा भी थे। उनमें भक्ति और शक्ति, ज्ञान और वैराग्य, मानव समाज का उत्थान और धर्म और राष्ट्र के नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु त्याग एवं बलिदान की मानसिकता से ओत-प्रोत अटूट निष्ठा तथा दृढ़ संकल्प की अद्भुत प्रधानता थी तभी स्वामी विवेकानंद ने गुरुजी के त्याग एवं बलिदान का विश्लेषण करने के पश्चात कहा है कि ऐसे ही व्यक्तित्व के आदर्श सदैव हमारे सामने रहना चाहिए। बाद में गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। इसमें जत्थेदार अजीत सिंह, प्रधान मंजीत सिंह, सचिव रघुवीर सिंह, कैशियर करनैल सिंह, रखवंत सिंह, महेन्द्र सिंह, अमरीक सिंह, कुलवंत सिंह, रविन्द्रपाल सिंह, हीरा सिंह,पलविन्द्र सिंह, भगवंत सिंह, गुलजार सिंह, अमरजीत कौर, परमजीत कौर, सरबजीत कौर, तजविंदर कौर, सुरेंद्र कौर, बलजीत कौर, गुरुविंदर कौर आदि थे।।
बरेली से कपिल यादव