बरेली। दरगाह शाहदाना वली पर चल रहे सात राजा उर्स का समापन मंगलवार सुबह सव्यद बाबा के कुल की रस्म के साथ हो गया। कुल में देश में अमन चैन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। इसके बाद रंग शरीफ की महफिल सजाई गई, जिसमें दूर दराज से आए फनकारों ने कलाम पेश किए। शाहदाना वली दरगाह पर उसे के आखिरी दिन सुबह कुरानख्वानी का आयोजन किया गया। उसके बाद दरगाह पर दिनभर चादरपोशी और गुलपोशी का सिलसिला चलता रहा। वरिष्ठ समाज सेवा समिति के संस्थापक मिर्जा मुकर्रम वेग, अध्यक्ष मिर्जा शाहाव वेग, गुल्लान खां, आफताब खां, शानू खान, दानिश जमाल, निसार पहलवान, लईक खां ने दरगाह पर चादर व गुलपोशी की। मंगलवार सुबह 10:30 बजे सय्यद चावा के कुल शरीफ की फातिहा सूफी रिजवान रजा खां नूरी ने पड़ी। वही दरगाह के मुतावल्ली अब्दुल वाजिद खां पूरी ने देश में अमन चैन और भाईचारे की दुआ की। कुल शरीफ के बाद फनकार शावेज साबरी ने रंग शरीफ की महफिल में कहा तेरे दर पर जो आया उसकी झोली भर गई, जिसने हाथ फैलाया उसकी झोली भर गई। उर्स की व्यवस्था देखने बालों मे यूसुफ इब्राहिम, दिलवर खां, महबूब साबरी, गुल्लान खां, मोहम्मद सलीम रजा, सीरीज सैफ कुरैशी, मित्रों शाहाब वेग, शाहाब आलम, अब्दुल सलाम नूरी, भूरा साबरी, उस्मान अल्वी, जदंब साबरी, जावेद खां, शाहान साबरी, परवेज खां, दाना गुफरान खां, अकरम, मौलाना मुफ्ती मोहम्मद तौसीफ रजा खान भूरी, हसन रजा खां नूरी, डॉ. अनीस बेग, हाजी अनीस इंजीनियर, सैफ वली खां, इंजीनियर शोएब रजा खां मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव