आजमगढ़- रविवार को जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) का त्योहार शहर में उत्साह के साथ मनाया गया। शहर की 32 अंजुमनों ने जुलूस निकाला और इस दौरान नातिया कलाम पेश करने के साथ अमन-चैन की दुआ की। इसके लिए अंजुमनों ने अपनी ओर से एक दिन पहले ही तैयारी पूरी कर ली थी। पर्व को देखते हुए जामा मस्जिद से लेकर अन्य मस्जिदों में सजावट से लेकर आसपास झंडे लगाए गए थे। कमेटियों की ओर से भी जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे और आकर्षक सजावट की गई थी। हालांकि अयोध्या पर आये फैसले को देखते हुए भारी सुरक्षा बंदोबस्त रहा , एहतियात के तौर पर हर तरफ पुलिस नजर आ रही थी। जुलूस में भी आगे-आगे सुरक्षा कर्मी चल रहे थे। महिला पुलिस को भी सुरक्षा में लगाया गया था। सुरक्षा कर्मी जुलसे के रास्ते को खाली कराते आगे बढ़ रहे थे। इससे पहले सभी अंजुमनें निस्वां कालेज के पास एकत्र हुईं और नात पढ़ते हुए पहाड़पुर, शिब्ली चौराहा, तकिया, कोट, टेढि़या मस्जिद, बाजबहादुर, किला कोट, दलालघाट, पुरानी कोतवाली होते हुए मुख्य चौक पहुंचीं। वहां सलाम पढ़ने और अमन चैन की दुआ के बाद पुरानी सब्जीमंडी, कटरा, बदरका, पांडेय बाजार होते हुए जामा मस्जिद पहुंचीं जहां मौलाना ने तकरीर पेश की। उधर जुलूस में शामिल अंजुमनों के लिए जगह-जगह स्टाल लगाए गए थे। यहां पर चाय-काफी के अलावा सभी अंजुमनों को उपहार भी प्रदान किया जा रहा था।
रिपोर्टर:- राकेश वर्मा आजमगढ़