बरेली। शहर भर की सड़कों में जगह-जगह गड्ढ़े, स्मार्ट सिटी के नाम पर महीनों से खोदी गई सड़कों से आमजन को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोगों को अपनी जान खतरे में डालकर रास्तों से गुजरना पड़ रहा है। चौपुला पुल निर्माण के दौरान वहां से आवागमन बंद कराया गया था। उसके लिए गली-मोहल्लों से ट्रैफिक को गुजारने का विकल्प इस्तेमाल किया था। इस दौरान मढ़ीनाथ, नेकपुर, सुभाषनगर आदि इलाकों के लोग कुतुबखाना की ओर जीजीआईसी होकर बिहारीपुर से गुजर रहे थे। इसी रूट से कुतुबखाना की तरफ से किला रोड की ओर का ट्रैफिक गुजर रहा था। इसी बीच कुतुबखाना रोड पर बिहारीपुर ढाल के पास सीवर लाईन के लिए गहरी खुदाई कर दी गई। वहीं कुछ दिनों से इसी रोड पर किशोर बाजार शराब भट्टी के पास पुलिया का निर्माण करने के लिए रास्ता बंद कर दिया गया है। जबकि इस पुलिया और चौपुला चौराहा के बीच दो बड़े निजी अस्पताल हैं। रास्ता बंद होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। किशोर बाजार में पुलिया निर्माण के लिए रास्ता बंद कर दिया है। इसके लिए रास्ते का जो विकल्प चुना गया है, वो भी किसी खतरे से कम नहीं है। चौपुला की ओर से आने वाले वाहन गिहार बस्ती में घुसकर इस्लामियां ग्राउंड होते हुए कुतुबखाना की ओर जा रहे हैं। इस रास्ते से दोनों ओर का ट्रैफिक गुजर रहा है। जिससे जाम भी लग जाता है। वहीं जिस संकरी पुलिया से वाहन गुजारे जा रहे हैं, वह पुलिया भी आधी टूट गई है और बाकी बचा हिस्सा भी जर्जर है। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। किशोर बाजार में पुलिया निर्माण के लिए बंद किए रास्ते की बजह से चौपुला इलाके से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। दीपमाला अस्पताल के पास का डलाव घर पूरा भर गया है। अब डलाव घर के बाहर गंदगी के ढेर लग रहे हैं। जिन पर आवारा जानवर विचर रहे हैं। यहां नगर कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम की गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है। चौपुला चौराहा पर निर्माणाधीन पुल के पास से सभी दिशाओं के लोग जान को खतरे में डालकर गुजर रहे हैं। जबकि वहीं लोहे के भारी एंगल से बनी शटरिंग तक अभी नही हटी है। यहां से लोग बेरोकटोक गुजर रहे हैं। जबकि खुद अफसरों ने यहां से आवागन पर पाबंदी लगाने की वजह यहां हादसा होने की आशंका को ही बताया था।।
बरेली से कपिल यादव