बरेली। विकास के नाम पर पूरे शहर को खोद डाला है। शहर के लोगों को विकास कब दिखेगा इसका तो पता नहीं है। मगर जेसीबी विनाश तो रोज दिखा रही है। जेसीबी ऑपरेटर की इस हरकत से अब तक कई बार बिजली, पानी, फोन और गैस की पाइप लाइन कट चुकी है। गैस की पाइप लाइन काटने से कभी भी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी बड़ी लापरवाही या बार-बार होने पर जेसीबी ऑपरेटर पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है ताकि वह अपने काम में सुधार ला सके। उसकी वजह से शहर के लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। शहर में पुल और सीवर लाइन निर्माण के लिए जगह-जगह खुदाई की जा रही है। कह सकते हैं कि पूरा शहर ही खोद डाला गया है। काम की गति मंद होने के कारण शहर की सड़कों पर धूल ही धूल है। सर्दियों में यही धूल इस मौत का कारण बनेगी और लोगों को सांस लेने में दिक्कत होगी। सांस के मरीजों की मौत भी हो सकती है। इस तरह विकास के नाम पर विनाश दिखाया जा रहा है। वहीं लालच के चक्कर में जेसीबी संचालक को खुदाई का ठेका अलग से दिया गया है। उसे प्रति घन मीटर खुदाई के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। जेसीबी ऑपरेटर कम समय में अधिक खुदाई करके अपना मुनाफा बढ़ाने के चक्कर में अंधाधुंधी कर रहा है। कालीबाड़ी के आसपास तो रोजाना पानी की लाइन कट रही है। लोगों को पानी की दिक्कतें हो रही है। चौपुला पर तो गैस की पाइप लाइन ही काट दी गई। गनीमत रही समय रहते सप्लाई बंद कर दी गई थी। वरना इतना बड़ा हादसा हो सकता था कि हालत संभालने मुश्किल हो जाते। शुक्रवार की सुबह भी बरेली कॉलेज के सामने पानी की पाइप लाइन काट डाली। सड़क पर पानी फैला दिया गया जेसीबी से खुदाई जारी रखी गई और कीचड़ यानी गीली मिट्टी को सड़क पर उड़ेला जाता रहा।।
बरेली से कपिल यादव