बरेली। उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में स्नातक व परास्नातक की वार्षिक परीक्षाएं नहीं होगी। मुख्य परीक्षा व सेमेस्टर परीक्षाओं के बिना छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा मे प्रोन्नत करने के संबंध में एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। शासन ने तीन कुलपति की समिति की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षाएं कराने व छात्रों के प्रोन्नत करने पर अंतिम फैसला लेगा। सूत्रों की मानें तो अंतिम वर्ष की परीक्षा हालात सुधरने के बाद करायी जा सकती है। शासन ने 13 मई को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति के अलावा लखनऊ और कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति की एक समिति बनायी थी। इस समिति को एक सप्ताह मे शासन को छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने को लेकर रिपोर्ट देनी थी। कुलपति ने विश्वविद्यालय स्तर पर बनी समिति के साथ वर्चुअल बैठक की थी। इस बैठक में पिछले साल के तरह छात्रों को प्रमोट करने के अलावा अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने पर विचार हुआ था। अंतिम वर्ष की परीक्षा पूरी न हो सके तो वैकल्पिक परीक्षा करायी जा सके। विश्वविद्यालय की समिति की रिपोर्ट पर विचार करने के बाद कुलपति ने गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अब शासन तीनों विश्वविद्यालय के कुलपति की रिपोर्ट के आधार पर अंतिम निर्णय लेगा।।
बरेली से कपिल यादव