गाजीपुर। विधायकों द्वारा घंटों धरने के बाद लाइन हाजिर हुए थानाध्यक्ष को आखिरकार लगभग सवा महीने बाद कोतवाली का चार्ज मिल ही गया। नवली कांड के दौरान लाइन हाजिर हुए दिलदारनगर थाना अध्यक्ष अखिलेश त्रिपाठी को जमानिया कोतवाली का कोतवाल बनाया गया है। इस बाबत पुलिस कप्तान सोमेन वर्मा ने मंगलवार की देर रात आदेश जारी कर दिया, जबकि जमानिया कोतवाली का पदभार संभाल रहे क्षितिज त्रिपाठी को क्राइम ब्रांच प्रभारी बनाया गया।
मालूम हो कि बीते 19 जून को नवली कांड के बाद 20 जून को मोहम्मदाबाद विधायक अलका राय और जमानिया विधायक सुनीता सिंह द्वारा रेवतीपुर में नेशनल हाइवे पर चक्काजाम करते हुए पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई थी। घंटों विधायकों के धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस कप्तान ने रेवतीपुर थाना अध्यक्ष तथा दिलदारनगर थानाध्यक्ष पर कार्यवाही की थी। इसी कार्यवाही की जद में दिलदारनगर एसओ अखिलेश त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया गया था। सत्ताधारी दल के दो विधायकों द्वारा जोरदार धरना प्रदर्शन के बाद हुई यह कार्यवाही काफी दिनों तक चर्चा में छाई रही। अब लगभग घटना के सवा महीने बाद दिलदारनगर थानाध्यक्ष को जमानिया कोतवाली का प्रभारी बनाए जाने के बाद एक बार फिर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। लोगों की जुबानी सवा महीने में ही विधायकों के धरने का असर बेअसर साबित होता सुनने को मिल रहा है। फिलहाल अखिलेश त्रिपाठी के लिए यह स्थानांतरण आदेश प्रमोशन के समान है, क्योंकि पहले उन्हें थाने की कमान दी गई थी और विधायकों के धरने के बाद लाइन हाजिर होकर लौटे अखिलेश त्रिपाठी कोतवाली के इंचार्ज बनाए गए हैं।
गाजीपुर से प्रदीप दुबे की रिपोर्ट