*बेधड़क होकर खनन कर चीर रहे बेतवा नदी का सीना
हमीरपुर- बुंदेलखंड में खनन के मामले में हमेशा चर्चित रहने वाले हमीरपुर जिले में खनन का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। अवैध खनन को लेकर भुलसी व बेरी के खण्डो पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई किन्तु जिले के खनिज अधिकारी इनके विरूद्ध कोई कार्यवाही करने का साहस नही जुटा सके इसी क्रम में कहीं शासन प्रशासन के द्वारा कुछ फौरी छापेमारी कर अवैध खनन की सुर्खियां बटोर रहा है। अवैध खनन पर अंकुश लगा पाने में प्रशासन विफल है। दावों के बाद इस क्षेत्र में खनन माफियाओं पर अंकुश नहीं लग पाया है। रात भर इस क्षेत्र में हैवी पोकलैंड मशीनों की आवाज गूंजती रहती है। जिम्मेदार अधिकारी अवैध खनन पर रोक के दावे भले ही कर रहे हों लेकिन वास्तविकता इससे परे है। मौदहा क्षेत्र के भुलसी खंड संख्या 30/2 पर व कुरारा क्षेत्र के बेरी खदान खण्ड संख्या 10/22 पर भारी पोकलैंड मशीनों के द्वारा अवैध खनन जारी है। स्थानीय पुलिस और खनिज कर्मियों की मिलीभगत से खनन माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन करा रहे हैं। हालत यह है कि पूरी रात भुलसी व बेरी खंडो नदी के तलहटी में गाड़ियों का रेला लगा रहता है। माफिया इस क्षेत्र से अवैध रूप से बालू का खनन कर अधिकारियों को पतीला लगा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी है लेकिन कोई कार्रवाई न होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। पहले रात के अंधेरे में बालू का खनन होता था लेकिन अब तो दिन के उजाले में भी बेरोकटोक अवैध खनन कर बालू माफियाओं के द्वारा मौरंग निकाली जा रही है। इन दिनों खनन कार्य चरम सीमा पर चल रहा है। अब देखना यह है कि बेधड़क खनन कर रहे खनन माफियाओं पर शासन प्रशासन के द्वारा कार्रवाई होती है या नहीं। खनिज बिभाग के अधिकारी इस अवैध खनन को लेकर चुप्पी साध रखी है।