बरेली। शहर भर मे शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी द्वारा दायर जनहित याचिका और उनके बयानों को लेकर मुस्लिम समुदाय मे भारी नाराजगी है। सुन्नी बरेलवी मरकज ने खासी नाराजगी जाहिर की है। दरगाह आला हजरत से जुड़े तमाम संगठन, उलेमा ने वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग उठाई है। वे उन्हें इस्लाम से खारिज करने की बात भी कह रहे है। शनिवार को शहर से लेकर गांवों में पंचायत कर लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किए गए। ऑल इंडिया जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां कादरी ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की याचिका को पब्लिसिटी स्टंट बताया है। नाराजगी जताते हुए कहा कि यह याचिका राजनीतिक लाभ लेने के लिए दी गई है। कुरान की किसी आयत मे बदलाव के बारे में सोचना तो दूर इसके एक बिंदु तक मे संशोधन नहीं हो सकता है। उन्होंने बताया कि दुनिया भर के मुस्लिम देशों के लोग मरकज से संपर्क कर रहे है। वसीम रिजवी का इस्लामिक देशों में भी विरोध हो रहा है। हम सरकार से मांग करते हैं कि वसीम रिजवी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। दरगाह आला हजरत से जुड़े मुफ्ती गुलाम मुस्तफा रजवी ने कहा कि मुसलमानों के सभी वर्गों को इस मामले में विरोध कर सरकार को अवगत कराना होगा। वसीम देश का माहौल बिगाड़ने के लिए बयानबाजी और ऐसी हरकतें कर रहे हैं। आईएमसी के जिलाध्यक्ष नदीम खां, मुनीर इदरीसी ने कहा कि वसीम रिजवी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य कलीम हैदर नकवी ने कहा कि 26 आयतें हटाना तो दूर की बात है कुआन से एक शब्द या एक नुक्ता (बिंदु) भी नहीं निकाला जा सकता है। वसीम रिजवी जैसे लोगों ने इस्लाम को बदनाम किया है। शिया सुन्नी समुदाय में टकराव कराने की कोशिश की जा रही है। वसीम रिजवी की इस हरकत की निंदा करते है। इस मौके पर यूसुफ रजा रिजवी, मौलाना सैयद सैफ अली जैदी, सैयद सरवर नकवी आदि ने भी विरोध किया।।
बरेली से कपिल यादव