बरेली। कचहरी मे वकील पर हुए जानलेवा हमला करने के मामले मे दो आरोपियों का शांतिभंग की आशंका के आरोप में चालान करने पर अधिवक्ताओं ने बुधवार देर शाम कलेक्ट्रेट पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में विरोध व्यक्त किया। अधिवक्ताओं का विरोध देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री ने दोनों आरोपियों की रिमांड रिफ्यूज कर दी। वही इस केस का विवेचक भी बदल दिया गया है। इसके बावजूद अधिवक्ताओं का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। अधिवक्ताओं ने गुरुवार को दोपहर बाद से कार्य बहिष्कार का ऐलान करते हुए आगे की रणनीति बनाने की लिए बार की बैठक बुलाई है। कचहरी मे मंगलवार को अधिवक्ता पर हुए जानलेवा हमले में कोतवाली पुलिस द्वारा एससी-एसटी एक्ट, हत्या का प्रयास समेत गंभीर धाराओं मे तीन मुल्जिमों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। बार एसोसिएशन के सचिव दीपक पाण्डेय ने बताया कि बुधवार को एक मुल्जिम को थाने से पुलिस ने छोड़ दिया व दो आरोपियों का शांतिभंग मे चालान कर सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष पेश करने पर अधिवक्ताओं ने आक्रोश जताते हुए सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष विरोध व्यक्त किया। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों की रिमांड नामंजूर कर दी। बार एसोसिएशन के सचिव ने बताया कि गुरुवार को दोपहर 1.30 बजे से अधिवक्ता कार्य से विरत रहेंगे। अग्रिम रणनीति तय करने के लिए बार सभागार में बैठक की जाएगी। इस दौरान संयुक्त सचिव रोहित यादव, नसीम सैफी, गौरव सिंह राठौर, इस्लाम, काशिफ, आफताब, सोमेन्द्र, आशिक आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव
