बरेली। बीते 20 मार्च को लोकेटर मशीन डेमो कार्यक्रम के दौरान हुए ब्लास्ट की जांच लगभग पूरी कर ली है। बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर इंजीनियरों से पूछताछ हो गई है। अधिकारी, इंजीनियरों के बयान दर्ज किए गए है। अब जांच कमेटी बयान दर्ज की रिपोर्ट बना रही है। 20 मार्च को स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत फाल्ट लोकेटर करने वाली मशीन को वन मंत्री डा. अरुण कुमार, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, डीएम शिवाकांत द्विवेदी समेत अन्य अधिकारियों ने उद्घाटन किया था। लोकेटर मशीन वैन को हरी झंडी दिखाई गई थी। इसके बाद लोकेटर मशीन का डेमो होना था। डेमो की तैयारी पूरी बिजली विभाग को करनी थी। डेमो कराने का स्थान यार्ड को चुना गया यह भी एक बड़ी चुक रही है। तकनीकी जानकारों का कहना है कि यार्ड में हाईटेंशन लाइनें जमीन में दबी हुई थीं। एक बड़ी लापरवाही यह भी है कि जब विकास भवन की ओर अर्बन हाट के पास डेमो करने का प्लान बन गया था तो उसको बदला क्यों गया। जबकि विकास भवन के पास विभाग ने डेमो की सारी तैयारी पहले से कर ली थी। यार्ड में डेमो के दौरान जब हादसा हुआ तो बिजली विभाग के छोटे बड़े अधिकारी मौजूद थे। बड़ी अनहोने होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने इस प्रकरण की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। जांच टीम में शामिल अपर नगरायुक्त सुनील कुमार यादव का कहना है कि प्रकरण में पूछताछ और बयान दर्ज के बाद रिपोर्ट बनाई जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव