लाल फाटक ओवरब्रिज मे रेलवे की सुस्ती, अधर में अटका निर्माण

बरेली। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लोगों की सुविधाओं के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। पिछले तीन साल में अपने शहर को चार ओवरब्रिज की सौगात मिल चुकी है। लाल फाटक ओवरब्रिज की बात करें तो रेलवे अफसरों की मनमानी और सेतु निगम की लापरवाही से कार्य अधर मे लटक गया है। ओवरब्रिज निर्माण में शुरूआती दौर में सेतु निगम ने कार्य की रफ्तार मेंं काफी तेजी दिखाई थी। इसके बाद ओवरब्रिज निर्माण में बिजली की हाईटेंशन लाइनों को शिफ्ट कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। 53 लाख से ज्यादा की रकम देने के बाद भी बिजली विभाग ने लाइन को शिफ्ट नहीं किया था। गौरतलब है कि ओवरब्रिज निर्माण मे रेलवे पूरी तरह से रोड़ा अटकाए हुए है। डीएम नितीश कुमार ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए चार बार मंडल रेल प्रबंधक को पत्र भेजा है। इसके बाद भी रेलवे अफसरों ने हर बार उनके पत्र को महत्व न देकर नजरंदाज कर दिया जा रहा है। रेलवे प्रशासन पूरी तरह से मनमानी पर कायम है। लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण को लेकर डीएम नितीश कुमार ने कई बार रेलवे महाप्रबंधक को पत्र लिखा था। इसके बाद भी रेलवे अफसरो में कोई हलचल नहीं दिखाई दी है। ओवरबिज का निर्माण पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। माना जा रहा है कि प्रशासन के माध्यम से अब शसन को अवगत कराते हुए रेल मंत्रालय से आग्रह किया जा सकता है। लालफाटक मार्ग पर कांधरपुर, बुखारा मोड़ सदभावना कालोनी सहित दर्जन भर से अधिक कालोनियों विकसित है। लम्बे समय से अटके कार्य के चलते राहगीरों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। जिस कारण हर दिन लोग वाहनोंं से गिरकर चोटिल होते नजर आते है। कोरोना काल में उड़ती धूल से लोगों को निकलना भी दिक्कत से भरा है। सेतु निगम के शुरू करवाए गए निर्माण के बाद तमाम दिक्कत शुरूआती दौर में ही हो गई थी। रेलवे क्रासिंग के बीच ऊपर गुजर रही ब्रांच लाइन और बड़ी लाइन के बीच रेलवे को चौबीस पिलर बनाने है और सभी हिस्सों को जोडने के लिए 32 गार्डर भी रखे जाने है। रेलवे अफसरों की निष्क्रियता के चलते अभी तक ओवरब्रिज का निर्माण अधर में लटका हुआ है। लाल फाटक के निर्माण को लेकर केन्द्रीय मंत्री संतोष गगवार भी रेलवे प्रशासन को अवगत कराने के साथ साथ रेलवे के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर चुके हैं। इसके बाद भी रेलवे प्रशासन ने अभी तक न तो ब्रांच लाइन डाली है और न ही गार्डर रखवाने का काम शुरू किया है। जिस कारण अधूरा ओवरब्रिज का निर्माण सफेद हाथी बनकर रह गया है। तमाम प्रयासों के बाद भी रेलवे अफसरो की हीलाहवाली जारी है। मुरादाबाद मंडल के रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि रेलवे और राज्य सरकार के बीच हमेशा समन्वय बना रहता है। रेलवे को निर्माण कराने के लिए दिसंबर तक का समय दिया गया है। दिसंबर तक रेलवे अपने हिस्से का निर्माण पूरा करा देगा।।

बरेली से कपिल यादव

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