बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। बुधवार को मीरगंज एसडीएम व सीओ हाईवे ने लाइसेंसी पटाखे के दुकानों का निरीक्षण किया। कस्बा और ग्रामीण अंचल मे कोई भी पटाखा फैक्ट्री नही है। तीन पटाखा बेचने की दुकान है। कस्बा के शशांक अग्रवाल की 500 किलो की महाकाल ट्रेडर्स, कस्बा निवासी सारिका अग्रवाल की 600 किलो की राधे फायरवर्क्स व रिसभ गुप्ता की 600 किलो मोहन ट्रेडर्स के नाम से दुकान है। दिवाली के समय तीनों पटाखा व्यापारी बाहर किसी फैक्ट्री से पटाखा खरीदकर यहां कस्बा मे अस्थाई परमिशन वाले दुकानदारों को फुटकर मे पटाखा बेचते है। बुधवार को मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता के साथ सीओ हाईवे नितिन कुमार ने स्थानीय थाना पुलिस ने तीनों दुकानदारों के लाइसेंस का निरीक्षण किया। साथ ही चेताया कोई भी क्षमता से ज्यादा पटाखा न रखे। लाइसेंस की क्षमता के अनुसार सुरक्षा के मानक को पूरा करने के निर्देश दिए। पटाखा बनाने की कोशिश न करे अन्यथा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता व सीओ हाईवे नितिन कुमार ने कस्बा और ग्रामीण अंचल मे घूमकर पटाखा को लेकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पटाखा संचालकों में हलचल मची रही। एसडीएम ने पटाखों की संख्या का स्टॉक रजिस्टर आदि देखा। पर कही भी अवैध पटाखा होने और बनाने की जानकारी नही मिली।।
बरेली से कपिल यादव