बरेली। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आवाहन पर एन.ई. रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल कार्यालय पर रेल बचाओ देश बचाओ अभियान के अंतर्गत नरमू ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें 100 से अधिक कर्मचारियों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए भाग लिया। इस अवसर पर नरमू के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी ने बताया कि रेलवे को अगर पूरी तरह निजी हाथों में सौंप दिया गया तो इसका सबसे बुरा असर रेलवे उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। भारत सरकार इन सेवाओं के बदले उनकी रेल को बेचने का काम कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नरमू के कार्यकारी मंडल अध्यक्ष सी.डी. अवस्थी ने बताया कि वर्तमान सरकार कहती है कि हम किसी भी चीज का निजीकरण नहीं करेंगे। वहीं दूसरी ओर बैकडोर से सारा कुछ प्राइवेट कर रही है। नरमू के मण्डल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि उनको सम्मानित करने के बजाय भारत सरकार द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के डेढ़ वर्ष तक डीए को फ्रीज किया जाना रेलवे कर्मचारियों के साथ घोर अन्याय है। भारत सरकार की श्रम विरोधी नीतियों की अवहेलना करते हैं। अन्त में नरमू की मंडल उपाध्यक्ष कु. रिया सिंह, संयुक्त मंडल मंत्री रोहित सिंह, मंडल संगठन मंत्री हरीश भारती एवं महीप कश्यप तथा शाखा अध्यक्ष प्रदीप सिंह एवं इन्द्र जीत सक्सेना इत्यादि ने अपने अपने शब्दों के द्वारा विरोध प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन मंडल मंत्री कामरान अहमद तथा अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक ने की। इसके अलावा वर्कशॉप मंडल में सुबह दस बजे से सभा का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बीएन सिंह, वर्कशॉप मंडल मंत्री राम किशोर, संयुक्त महामंत्री परवेज आलम, धर्म प्रकाश इत्यादि ने भी रेल बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत निजी करण का पुरजोर विरोध किया। इस अवसर पर नूतन प्रकाश, सुंदर पाल सिंह, सुखवीर सिंह, सोमनाथ बनर्जी, पीके दुबे, आराम सिंह, आर के पांडे, जय प्रकाश, बृजेश सागर, राहुल, बबली, प्रिया मौर्य, दीपा मौर्य, सुशीला, पंकज, राहुल, शेखर, अशफाक, दीपक जायसवाल, आर आर टमटा, अमित, अजयेंद्र कुमार सिंह, मोहम्मद यूनुस, कुलदीप आर्य तथा मीडिया प्रभारी आरिफ हुसैन आदि उपस्थित थे।।
बरेली से कपिल यादव