बरेली। जनपद के बिथरी चैनपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय म्यूडीखुर्द की प्रधानाध्यापिका सरिता वर्मा को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। विभागीय जांच फतेहगंज पश्चिमी के खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। गुरुवार को बीएसए संजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रधानाध्यापिका को कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करते हुए और रिश्वत लेने का दोषी पाया गया है। इस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की अवधि के दौरान, उन्हें वित्तीय नियमों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। हालांकि, यह भत्ता तभी मिलेगा जब वह यह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करेंगी कि वह किसी अन्य नौकरी या व्यवसाय मे संलग्न नही है। दरअसल, शिक्षिका ने शिकायतकर्ता राजेंद्र ठेकेदार से 1 लाख की रिश्वत दो किस्तों में मांगी थी। बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने उन्हें 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। उधर, आरोपी प्रधानाध्यापिका को गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव