रिठौरा, बरेली। दिल्ली में जैसे-जैसे कोरोना का कहर बढ़ रहा है। सरकार गाइड लाइन दे रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे। हमेशा मास्क लगाएं मगर रिठौरा की बाजार में गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जोकि रिठौरा चौकी से मात्र आधा किलो मीटर की दूरी पर है। इस बाजार में लगभग दस हजार लोग आते है। न तो दुकानदार मास्क लगाते हैं और न ही ग्राहक मास्क लगा रहे है। सोशल डिस्टेंस का कोई भी पालन नहीं होता है जबकि कोरोना जांच के दौरान रिठौरा कस्बे में करीब 70 लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। वहीं कस्बे में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत भी हुई थी। मगर उसके बाद भी बाजार को लगाया जा रहा है। जिसमें लगभग 10 हजार लोग शामिल होते है। यह बाजार शनिवार और मंगलवार को लगती है। जिसमें नियमों को ताक पर रखकर बाजार को लगाया जाता है। बाजार में किसी भी दुकान के पास कोई सैनिटाइजर नहीं होता है। एक बार फिर कस्बे वासियों को कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। बाजार पीलीभीत रोड पर लगती है और बाजार से आते-जाते अधिकारी भी गुजरते है मगर सभी लोग इस बाजार को आंख मूंदकर चले जाते हैं। इस बाजार में खुलेआम सालों से मीट मछली बिकता है। जिसको खुले में बेचा जाता है। उस पर भी आज तक कोई रोक नहीं लगाई गई। वहीं रिठौरा चौकी इंचार्ज की दिलदारी देखिए चौकी से बगैर मास्क के गुजरने वालों पर फाइन लगाया जाता है। चाहे वह साइकिल से हो या बाइक से हो। बाजार में खुलेआम कोविड-19 की धज्जियां उड़ती है। उस पर आंख मूंद लेते है। क्या सरकार की गाइडलाइंस सिर्फ गरीबों के लिए है। बाजार में बैठे व्यापारियों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं है जो नियमों को ताक पर रखकर अपनी दुकानें चला रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव