रेणुकूट/सोनभद्र- पिपरी स्थित कल्याण भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा रक्षाबंधन उत्सव आयोजित किया गया। एकल गीत और स्वागत गान के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कथावाचक पंडित दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अच्छे बातों का अनुसरण करना और उसी को बार-बार दोहराना ही त्योहारों को मनाना है यही हमारी संस्कृति की विशेषता है। सौभाग्य है कि जिस देश में हमारा जन्म हुआ है वहां उत्सव मनाने के लिए दिन कम पड़ जाते हैं। परंपरा के पीछे कोई चिंतन है या नहीं यह महत्वपूर्ण बिंदु होना चाहिए। व्यक्ति के द्वारा समाज जागृति की या समाज द्वारा राष्ट्र के उत्थान की सोच होना महत्व रखता है। पश्चिमी सभ्यता में स्त्री को आत्मा नहीं बल्कि मनोरंजन का साधन मानते हैं लेकिन भारतीय संस्कृति नारियों का सम्मान करना सिखाती है। हमारी सभ्यता स्त्री के मां स्वरूप को प्रथम मान्यता देती है। भारतीय सभ्यता का इतिहास बहुत समृद्धशाली रहा है। इसके विचार, संस्कार का अनुसरण करके हम अपनी संस्कृति को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। भारतीय उत्सव गौरवशाली अतीत का द्योतक है। हमारा लक्ष्य सिंहासन हासिल करना नहीं बल्कि राष्ट्रीय समरसता को बढ़ाना उद्देश्य होना चाहिए। नगर कार्यवाह जयप्रकाश ने उत्सव की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना काल से ही समाज की सुरक्षा के लिए रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है। समाज के उत्थान, धर्म की गतिशीलता के लिए एकजुटता को प्रदर्शित करना उत्सव को मनाए जाने के पीछे के मूल सिद्धांत है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक-एक जन की रक्षा दायित्व के साथ पिछले 10 वर्षों में दुर्लभ इलाकों सहित मलिन बस्तियों में रक्षाबंधन का कार्यक्रम संचालित कर रहा है। कार्यक्रम में पुरुषों ने जन रक्षा संकल्प के साथ एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधा। उपस्थित महिलाओं ने भी पुरुषों को रक्षा सूत्र बांध कर अपने एवं राष्ट्र के सुरक्षा की संकल्प दिलाई। इस दौरान जिला प्रचारक अनुराग जी,,नगर संघचालक सोमनाथ पांडेय, पूर्व जिला संचालक बी एन शुक्ला,कामेश्वर,पवन,अभय,अजीत पाण्डेय,सुधीर, पिपरी नगर पंचायत अध्यक्ष दिग्विजय प्रताप सिंह,कुसुम शर्मा सहित भारी संख्या में आरएसएस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:सर्वेश सिंह रेणुकूट सोनभद्र