राजपुर कलां गोलीकांड: राजस्व निरीक्षक, दरोगा हेड कांस्टेबल और लेखपाल निलंबित

अलीगंज, बरेली। जनपद के थाना अलीगंज क्षेत्र के गांव राजपुर कलां मे जमीनी विवाद मे फायरिंग मे तहसील आंवला के राजस्व निरीक्षक वेदप्रकाश भास्कर और क्षेत्रीय लेखपाल महेंद्र पाल सिंह को अनुशासनहीनता एवं कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया। वही एसएसपी अनुराग आर्य ने भी मामले मे लापरवाही पर दरोगा मनोज कुमार व बीट के हेड कांस्टेबल शहनबाज को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस ने फायरिंग के मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। लेखपाल ने इतनी बड़ी वारदात की एसडीएम-तहसीलदार को सूचना नही दी। लेखपाल से संपर्क किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ निकला। इस पर शनिवार की रात ही उसे निलंबित कर दिया। रविवार को डीएम अविनाश सिंह के निर्देश पर एसडीएम आंवला विदुषी सिंह ने राजस्व निरीक्षक वेदप्रकाश भास्कर को भी निलंबित कर दिया। एसडीएम विदुषी सिंह ने बताया कि गांव राजपुर कलां मे 13 सितंबर की दोपहर लगभग 3 बजे भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों मे फायरिंग हुई थी। इसमें पांच लोग घायल हुए थे। एक पक्ष से राजपुर कलां निवासी सुरेश पाल सिंह, वीरेश पाल, अनूप और दूसरे पक्ष से अतुल निवासी रिठौरा, राहुल निवासी संजय नगर, बारादरी घायल हुए। घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि राजपुर कला के गाटा संख्या 282 रकवा 2.731 हेक्टेयर भूमि, संक्रमणीय भूमिधरी श्रेणी-1 (क) की है। खतौनी में नरेश पाल सिंह, सुरेश पाल सिंह पुत्र छोटे सिंह व प्रेमपाल, ऋषिपाल, वीरेश पाल पुत्र चंद्रपाल सिंह के नाम दर्ज है। मामले की राजस्व व पुलिस टीम गहनता से जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक ने जांच के समय सभी तथ्यों को शामिल नही किया और विवाद की गंभीरता के संबंध में समय से उच्चाधिकारियों जानकारी नही दी। इस पर क्षेत्रीय लेखपाल को अनुशासनहीनता एवं कर्तव्यों के प्रति लापरवाही मानते हुए निलंबित किया और क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक वेदप्रकाश भास्कर के विरुद्ध डीएम को रिपोर्ट भेजी थी। राजस्व निरीक्षक ने नहीं की ठीक से जांच रिपोर्ट भी संदिग्ध एसडीएम विदुषी सिंह ने राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर जारी किए पत्र मे बताया है कि राजस्व निरीक्षक वेदप्रकाश भास्कर ने 5 जुलाई मे नरेश की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर जांच की लेकिन प्रस्तुत रिपोर्ट में सभी तथ्यों का उल्लेख नही किया। प्रथम दृष्टया रिपोर्ट संदिग्ध लगी। राजस्व निरीक्षक को तहसील आंवला को भूलेख कार्यालय से संबद्ध किया है।।

बरेली से कपिल यादव

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