मीरगंज, बरेली। कस्बा मीरगंज में महान आध्यात्मिक संत ओशो के जन्मदिवस पर शिवा टायर एजेंसी पर शुक्रवार की शाम कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही। खासकर हास्य रस में गोते लगाकर लोग लोट-पोट हुए। कवियो ने देर रात तक समां बांधे रखा। शुक्रवार की देर शाम कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन की शुरूरात मां सरस्वती व ओशो के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई। सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय शायर अकील नोमानी ने पढ़ा “ये चमत्कार तो होने से रहा, तू वफादार तो होने से रहा। जो समझदार समझता है मुझे, वो समझदार तो होने से रहा। पीलीभीत से आए हास्य कवि उमेश त्रिगुणायत ने पढ़ा “उसने जीना मुहाल कर डाला, अच्छा खासा बवाल कर डाला। अपनी मुर्गी को सामने रखकर, मेरा मुर्गा हलाल कर डाला। संचालक कवि गोपाल पाठक ने पढ़ा “तुम किसी के हो गए तो मैं फना हो जाऊंगा, बस किताबो में लिखा इक फलसफा हो जाऊंगा। गर जुदा रब ने किया तो कुछ नहीं बोलूंगा पर, जो जमाने ने किया तो जलजला हो जाऊंगा। इसके अलावा कवि संजीव शर्मा, पीयूष गुप्ता, चांद आदिल, आजम हुसैन, हसन गाजी ने भी जबर्दस्त कविताएं सुनाकर महफिल लूटी। कार्यक्रम के संयोजक स्वामी आनंद देव व संयोजक विशाल गंगवार ने सभी आगुंतकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के आयोजक गण सुमित गंगवार, गोविंद यादव, संजय श्रीवास्तव व जोगी पटेल थे।।
बरेली से कपिल यादव