चन्दौली- खबर चन्दौली जनपद के पं0 दीन दयाल उपाध्याय जं. से जहा स्थानीय रेलवे स्टेशन पर रेलवे द्वारा दी जाने वाली यात्री सुविधाओं की शुक्रवार की अपराह्न रियलिटी चेक में फेल हुआ रेलवे का कैरेज एंड वैगन विभाग। यात्री सुविधाओं के लिए जगह जगह पेयजल के लिए लगाए गए नल को ट्रेन आने से पहले पानी की सप्लाई बन्द कर दी जाती है। सूत्र बताते हैं कि स्टाल वेंडरो की मिली भगत से काफी दिनों से चल रहा है यह गंदा खेल। पानी इसलिए बन्द कर दी जाती हैं कि स्टाल पर बेचा जाने वाले बोतलबन्द पानी यात्रियों की अत्यधिक भीड़ लग जाने के कारण ऊंची कीमत पर बेचा जा सके। लगभग सभी स्टालों पर प्रति बोतल एमआरपी से 5 रुपये ज्यादा वसूले जा रहे हैं।इस भीषण गर्मी में यात्रियों को मजबूरी में ज्यादा कीमत देकर पानी खरीदना पड़ रहा है।जबकि कंज्यूमर एक्ट के तहत यात्रियों को पानी,शौचालय, बैठने की व्यवस्था के साथ ही हवा भी रेलवे को निःशुल्क देना चाहिए। लेकिन सूत्र बताते हैं कि स्टाल संचालकों से मिलीभगत कर के कैरेज एंड वैगन के कर्मचारी जो पानी खोलने और बन्द करने का कार्य करता है वह यात्री ट्रेनों के आने के पहले बन्द कर देता है। वहीं उच्चाधिकारियों को जानकारी के बाद भी कोई कार्रवाई नही होती। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है पहले भी स्टाल संचालको द्वारा प्लेटफार्म खरीदने की बात उजागर हो चुकी है। जिसके एवज में डिप्टी एसएस को मोटी रकम मिलती थी। जिसका एक ऑडियो कुछ माह पहले वायरल हुआ था,उसकी जांच में एक डिप्टी एसएस को निलंबित कर दिया गया था। बताया जाता है कि पानी बन्द करने के एवज में ही प्रति ट्रेन मोटी रकम ली जाती है। इसकी रियलिटी चेक शुक्रवार अपराह्न प्लेटफार्म संख्या 5 पर आकर रुकी एक यात्री ट्रेन के वक़्त की गई तो कई प्वॉइंटों पर नल बन्द मिले। यात्रियों को खाली बोतल लेकर दौड़ते हुए देखा गया। ऐसे में सैंकड़ों महिला,पुरुष रेल यात्रियों को बिना पानी के ही रह जाना पड़ा। इस यह कहना कहीं से गलत नहीं होगा की इस भीषण गर्मी में संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार कर चुके हैं रेल अधिकारी।
रंधा सिंह चन्दौली