आजमगढ़- यंग होम्योपैथिक डाक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले मुबारकपुर के अमिलो में निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन रविवार को किया गया। चिकित्सा शिविर में डा यूएस सिंह, डा विक्रम सिंह एवं सौरभ सैनी द्वारा 165 मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श के साथ नि:शुल्क दवा वितरित किया गया। शिविर में ज्यादातर मरीज मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया, चर्म रोग आदि के मरीजों को परार्मश व नि:शुल्क दवा वितरित की गयी। चिकित्सा शिविर के उपरांत मुबारकपुर स्थित जीवनदीप होम्यो क्लीनिक में एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये एसोसिएशन के महासचिव डा दुर्गेश चतुर्वेदी ने बताया कि यह शिविर विश्व होमियोपैथी सप्ताह के तहत आयोजित किया गया है। ऐसे शिविरो का उद्देश्य होमियोपैथी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना है ताकि इसके माध्यम से रोगों को पूरी तरह समाप्त किया जा सकें। जो केवल होमियोपैथी पद्धति में ही संभव है। एलोपैथी दवाओं से जो लाभ है वह प्रत्यक्ष है, परंतु इस पद्धति का जो सबसे बड़ा दोष है वह है दवाओं का प्रतिकूल प्रभाव जबकि एलोपैथी दवाईयां रोग को दबा जरूर देती है लेकिन जड़ से वह समाप्त नहीं कर पाती। जिसके कारण शरीर में अन्य रोगों के जन्म लेने की प्रबल सम्भावना बढ़ जाती है, जो घातक है। डा ए.के. पांडेय ने बताया कि वर्तमान समय में ज्यादातर मरीज कमर व घुटने के दर्द से परेशान होते है और वे बगैर किसी परामर्श के एलोपैथिक की दर्द की दवाईयों का सेवन करते है। परिणामस्वरूप उन्हे पेट की समस्या, लीवर में सूजन, कीडनी की परेशानी, श्वसन क्रिया की समस्याओं से दो चार होना पड़ता है। किसी भी स्थिति में होमियोपैथी चिकित्सक से परार्मश लें और खुद को स्वस्थ्य रखें। आगे भी एसोसिएशन द्वारा ऐसे शिविरों का आयोजन किया जायेगा।
शिविर में डा यूएस सिंह, डा विक्रम सिंह, सौरभ सैनी, नसीम, शाकिब, एजाज आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़