प्रयागराज- महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ आज पहली बार प्रयागराज पहुंचे हैं. सीएम योगी ने इस दौरान सबसे पहले मेला क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसके बाद वो घटना स्थल पर पहुंचे जहां मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ हुई जिसमें 30 लोगों की जान चली गई थी. सीएम योगी ने इस दौरान तमाम अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद सीएम योगी का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है. सीएम योगी ने इस दौरान भगदड़ की घटना को लेकर एक-एक जानकारी ली. वो उस जगह पर भी गए जहां भगदड़ की वजह से 30 लोगों की जान चली गई. इस दौरान मेला क्षेत्र के तमाम बड़े अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे हैं. मुख्यमंत्री ने उनके साथ भीड़ नियंत्रण की रणनीति पर काम करने को कहा. ताकि ऐसी घटनाओं का पुनरावृत्ति न हो.महाकुंभ में तीन फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान हैं. इस मौके पर भी प्रयागराज में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया हैं जिसे लेकर सीएम योगी अब खुद तमाम तैयारियों पर नजर रख रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस दौरान आगामी अमृत स्नान पर प्रशासन को और ज्यादा सतर्क रहने और सुरक्षा के उपायों को अपनाने के निर्देश दिए हैं. प्रयागराज महाकुंभ में आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी पहुंच रहे हैं सीएम योगी उनका भी संगम नगरी में स्वागत करेंगे. इस दौरान उनका कुंभ में विभिन्न साधु संतों से भी मुलाकात का कार्यक्रम हैं. वो सेक्टर 21 स्थित सतुआ बाबा आश्रम और सेक्टर-5 के भारत सेवा श्रम शिविर का भी दौरा करेंगे, और मेला सर्किट हाउस में विभिन्न देशों के मिशन प्रमुखों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे. बता दें कि 29 जनवरी की सुबह करीब एक बजे मौनी अमावस्या के स्नान से कुछ घंटों पहले ही संगम नोज पर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि संगम नोज पर पहले से ही लोग ब्रह्म मुहुर्त का स्नान करने के लिए मौजूद थे जो किनारे पर ही सो रहे थे, इस तमाम रास्तों से भारी भीड़ इस ओर आ गई. भीड़ का दबाव बढ़ने की वजह से वहां लगी बैरिकेडिंग टूट गई और भगदड़ होने लगी थी.