*अन्ना मवेशियो से गोभी बचाने को किसान कर रहे रतजगा
फतेहपुर।किसानो के लिये गोभी की खेती कम समय मे मुनाफे का सौदा साबित हो रही है।इसमे प्रति एकड़ मे मात्र 20से25हजार खर्च कर किसानो की एक से डेढ़ लाख तक की फसल तैयार हो रही है।अन्य फसलो की अपेक्षा यह मात्र 45दिन मे तैयार हो जाती है।मलवा ब्लाक के शाहजहापुर मे गोभी उत्पादन के बाद अब क्षेत्र मे भी गोभी किसानो का दायरा बढ़ रहा है।इस बार गोभी की अभी अच्छी कीमत मिलने से किसानो मे खुशी है।
मलवा ब्लाक के शाहजहापुर की तर्ज पर जलाला,बनियनखेड़ा,अलीपुर,पहुर आदि गावों के किसानो ने भी बड़ी मात्रा मे गोभी की खेती किया है किंतु अन्ना मवेशियो से फसल को बचाने के लिये ठण्डक भरी रात मे खेतो मे किसानो को रहकर रतजगा करना पड रहा है।27 से35 रूपये प्रति किलो तक फुटकर मे गोभी बिक रही है।एक बोरी मे 20 फूल भरे जाते है।जो मण्डी मे 500से 800रुपए तक प्रति बोरी बिकती है।जलाला,शाहजहापुर की गोभी प्रदेश की देवरिया,जौनपुर,गोरखपुर,प्रयागराज सहित अन्य प्रांतो सिलीगुड़ी,पटना,मोतीहारी बिहार,बंगाल तक जा रही है।व्यापारी खुद आकर गोभी खरीद के लाद ले जाते है।जिससे किसानो को ट्रान्सपोर्ट से भी राहत मिली है।
क्या कहते है गोभी उत्पादक किसान जलाला के गोभी उत्पादक किसान चिनकू साहू ने बताया एक बीघे मे 25हजार की लागत आई है।इस बार की फसल मे एक बार बाजार भेजा है अच्छी कीमत मिली है।अन्ना मवेशियो ने खेत किनारे की फसल को चौपट कर दिया है।उत्पादन अच्छा होने का अनुमान है।
जलाला के किसान राजू साहू ने बताया की वह रात्रि मे रतजगा कर अपनी फसल को बचा रहे है।गोभी इस बार बाजार मे धूम मचाये है।यहा पर 25से30रुपये फूल फुटकर मे ही बिक जाती है जिससे अच्छा मुनाफा हो रहा है।
शाहजहापुर के सुनील उत्तम ने बताया उनका गाव गोभी उत्पादन मे प्रदेश की मंडियो मे शुमार है।यहा खुद व्यापारी आते है और खेतो से गोभी खरीद ले जाते है।अच्छी पैदावार है इस बार और इसका लाभ भी मिल रहा है।
प्रगतिशील किसान हरिकृष्ण अवस्थी ने बताया की किसानो को मलाल है कि उन्हे सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन व अपेक्षित सहयोग नही प्राप्त हो रहा है।कभी कभी कीटनाशक व उर्वरक के लिये दर दर भटकना पडता है।