वाराणसी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मे विश्वस्तरीय क्रूज सेवा आज से शुरू हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वस्तरीय “अलकनंदा-काशी क्रूज” का उद्घाटन किया।
गंगा नदी में इस विशेष धार्मिक जल यात्रा सेवा के शुरु होने से देशी-विदेशी पर्यटक एवं श्रद्धालु प्राचीन धार्मिक नगरी के घाटों की अद्भुत छटा दीदार करने का मौका मिलेगा। “प्रधानमंत्री स्टार्ट-अप-इंडिया” के तहत क्रूज को कोलकता में तैयार किया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि देशी-विदेशी पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को गंगा की लहरों से वाराणसी की धार्मिक नगरी का दर्शन करने के लिए यह मनमोहक सेवा एक निजी कंपनी की ओर से शुरु की गई है। क्रूज सेवा शुरु होने से वाराणसी के लोग खासे उत्साहित हैं। देशी-विदेशी श्रद्धालु एवं पर्यटक गंगा की लहरों से ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध शाम की “गंगा आरती” एवं अस्सी घाट पर आयोजित होने वाले ‘सुबह-ए-बनारस’ के अलावा अन्य घाटों की अद्भूत छटा निहार सकते हैं। क्रूज पर पूजा-अर्चना एवं पार्टी करने की सुविधाएं मौजूद हैं।
यह “धार्मिक जल यात्रा” सेवा शुरु करने वाली निजी कंपनी “कूनॉर्डिक क्रूज़लाइन” है. क्रूज में 125 लोग एक साथ सवार हो सकते हैं। दो मंजिला इस क्रूज में 60 वातानुकूलित समेत 90 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसमें बायोटॉयलेट एवं रसोई घर भी मौजूद है। खास बात यह कि क्रूज सेवा बारिश के मौसम में गंगा में बाढ़ जैसे हालात या गर्मी में जलस्तर गिरने से प्रभावित नहीं होगी।
यह सेवा ऐतिहासिक अस्सी घाट से पंचगंगा घाट से दशाश्वमेध घाट तक ही उपलब्ध होगी और दो घंटे के लिए प्रति व्यक्ति 750 रुपये के अलावा जीएसटी देना होगा। पूरी क्रूज आरक्षित करावाने के लिए 75 हजार रुपये का भुगतान करना होगा। उन्होने बताया कि इस सेवा को आने वाले समय में कैंथी के मार्कंडेय महादेव एवं मिजार्पुर के चुनार तक विस्तार किया जाएगा जिससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को और अधिक देखने-समझने का मौका मिलेगा।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी