मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण का झूठा दावा बन्द करें और आशा की सभी मांगें पूरी करें

बिहार: पटना:आशा सन्युक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आज आशा को सरकारी कर्मी घोषित करने,18 हज़ार मानदेय तय करने,उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को आशा के लिये लागू करने सहित 12 सूत्री प्रमुख मांगों को लेकर आज तीसरे दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रही।
आज 3 दिसंबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल के तीसरे दिन बिहार राज्य आशा कार्यकर्ताओं संघ से बैनर तले संघ से जुड़ी सैकड़ों आशाओं ने पूरे बिहार में संघ महासचिव, विद्यावती पांडे सचिव सबया पांडे, अनिता , देवंती ,तरन्नुम फैजी, जुली कुमारी,
वीणा देवी के नेतृत्व में अलग अलग क्षेत्रों में प्रदर्शन व आंदोलन को सफल किया गया ।
वहीं पटना जिला सहित मुजफ्फरपुर,रोहतास,भोजपुर,नवादा,नालंदा,भागलपुर,दरभंगा,मोतिहारी आदि जिलों खासकर पटना जिला के बिक्रम,नौबतपुर आदि पीएचसी केंद्रों के मुख्य द्वार पर बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ से जुड़ी आशा कर्मियों ने तालाबंदी कर दिया तथा आपातकालीन कार्यों को छोड़कर शेष सभी कार्य को ठप्प कर दिया।इस दौरान आशा कर्मी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शर्म करो,नीतीश कुमार मुर्दावाद,जो हमसे टकराएगा चूर चूर हो जाएगा,हम मज़दूर है मजबूर नहीं,
हमारी मागें पूरी करो,12 सौ में दम नहीं 18 हज़ार से कम नही आदि का नारा लगाया।
बिहार के तीन आशा सँगठनों के आशा सन्युक्त संघर्ष मंच के नेतृत्व में बिहार के आशा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी रहा,इस हड़ताल के कारण पूरे बिहार की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह ठप्प हो गया है,आपातकालीन कार्यों को छोड़कर आशा ने राज्य के 90 प्रतिशत पीएचसी की आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा छोड़ कर सभी काम ठप है।
बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ(ऐक्टू-गोप गुट) अध्यक्ष *शशि यादव ने जारी बयान में हड़ताल को शतप्रतिशत सफल करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण का झूठा दावा बन्द करें और राज्य की एक लाख कामकाजी आशा महिलाओं के जीवन दशा में बेहतरी, उन्हें और अधिक स्वावलम्बी-आत्मनिर्भर बनाने के लिये आशा कर्मियों की जीवन मरण से जुडी मांगों को अविलम्ब पूरा करें,उन्होंने मुख्यमंत्री पर मौन और गौण होने का भी आरोप लगाया।।

रिपोर्ट: सनोवर खान, पटना

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