बरेली। मानसून की जोरदार दस्तक से किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। धान की खेती के लिए खेतों की तैयारी कर रहे किसानों के लिए बारिश उम्मीद बनकर बरसी है। मानसून के सक्रिय होने के साथ हुई बारिश के बाद किसान धान का बिचरा गिराने के साथ खेतों की तैयारी में जुट गए हैं। बीते दो दिनों से जमकर हो रही बारिश के साथ मानसून ने दस्तक दे दी है। इस शुरुआती बारिश किसानों के लिए राहत भरी है। वहीं शहर के लोगों के लिए आफत खड़ी कर दी है। हालांकि इस बार इसमें सभी लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाने का काम किया है। कृषि के लिए अनुकूल समय पर शुरू हुई बारिश क्षेत्र से जुड़े लोगों को राहत देने वाली कही जा सकती है। इन दिनों धान की बुवाई के लिए भारी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है जो प्राकृतिक रूप से पूरी होने पर किसानों का खर्च बचेगा। इधर खेतों में खड़ा गन्ना परिपक्वता की ओर अग्रसर है। ऐसे में यह बारिश गन्ना किसानों के लिए भी राहत पहुंचाने वाली है। इस वक्त की बारिश गन्ने की आकार और वजन बढ़ाने में रामबाण का काम करती है। धान की बुवाई शुरू करने की तैयारी किसानों द्वारा कर दी गई है गांवों में रहने वाले मजदूरों को भी इससे रोजगार मिलने की उम्मीद की जा सकती है कोरोना के चलते शहरों में निर्माण तकरीबन रुके हुए हैं ऐसे मैं बेरोजगार हो चुके मजदूरों के लिए भी यह बारिश राहत देने वाली है।।
बरेली से कपिल यादव