मीरगंज, बरेली। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम मीरगंज तृप्ति गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। किसान यूनियन के लोगों ने बताया कि शिकायत और ज्ञापन देने के बाद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। बुधवार को वह फिर अपनी मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय आए हैं। इस दौरान किसान यूनियन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। उनकी मांग है कि गांव से लेकर शहर तक आवारा पशुओं के कारण कई मौतें हो चुकी हैं। कई लोग गंभीर हालत में अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे है लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। क्षेत्र के कई किसानों पर पराली जलाने के आरोप मे फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए है। उनकी मांग है कि किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। तहसील के किसानों को सरकारी दुकानों पर डीएपी यूरिया और गेहूं के बीज उपलब्ध नही है। जिसके कारण किसान निजी दुकानों से ऊंचे दामों पर इन्हें खरीदने को मजबूर हैं। उनकी मांग है कि सरकारी दुकानों पर डीएपी यूरिया और गेहूं के बीज उपलब्ध कराए जाए। जनपद के गरीब किसानों को बीमार होने के बाद दिल्ली और ऋषिकेश एम्स में जाना पड़ता है। वहां भी कई दिनों के बाद नंबर लगाने के बाद मरीज एडमिट होता है। तब तक मरीज की हालत काफी नाजुक हो जाती है। उनकी मांग है कि जिले के आसपास कहीं जमीन को देखकर एम्स अस्पताल का निर्माण कराया जाए। जिससे क्षेत्र की गरीब जनता कम रुपए में अपना अच्छा इलाज करवा सके।।
बरेली से कपिल यादव