बरेली। जनपद बदायूं के कोतवाली क्षेत्र के खेड़ा बुजुर्ग निवासी अजय पाल की पत्नी ने बताया कि बीते 18 अगस्त को केंन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों की ओर से अधीक्षक, निवारक एवं असूचना प्रकोष्ट जिला बरेली के नाम से एक नोटिस प्राप्त हुआ। जिसमें उसको कार्यालय मे 24 अक्टूबर को हाजिर होने के लिए कहा गया था। नोटिस मिलने पर उसके पति ने अपने ही गांव के युवक को दिखाया। उस युवक ने कहा कि उक्त कार्यालय मे मेरे साले कार्यारत है। कल तुम मेरे साथ बरेली चलना मैं तुम्हारा मामला निपटा दूंगा। 19 अगस्त को उसका पति गांव के युवक और अपने दोस्तों के साथ चौकी चौराहा में जीएसटी कार्यालय, भवन जिला बरेली मे आये जहां उसका मोबाईल जमा करा लिया गया। उसको भवन की दूसरी मंजिल पर ले जाया गया। जहां पर गांव के युवक को छोड़ उसके दोस्तों के मोबाईल जमा करा लिये गये। उसके बाद पीड़ित को अलग ले जाकर उसको बुरी तरह पीटा। नारकोटिक्स विभाग व दूसरे व्यक्ति ने स्वयं को एसटीएफ विभाग का बताया। आरोप है उसे बुरी तरह पीटने के बाद उसको धमकाया कि उसे अफीम चरस लगाकर जेल भेज देंगे। मामले को रफा दफा करने के लिए उससे 10 लाख रूपये की मांग की। गांव से उसके साथ आये युवक ने 5 लाख रूपये मे फैसला किया। जिसमें से उसके पति ने उस समय 20 हजार दे दिये तथा शेष 2 लाख 40 हजार रुपये घर से मंगाकर गांव के युवक को दे दिये। रुपए लेने के कुछ घण्टे बाद उसे छोड़ दिया गया। इस मामले मे अजय ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई थी। अब उसकी पत्नी गंगादेई आरोप है कि गुरूवार को उसका पति अजय पाल धारा 151 की कार्यवाही से अपने ससुर के साथ बदायूं न्यायालय जा रहा था। इस बीच खुनक चौराहा बदायू रोड के पास सात-आठ लोग बाइक और बुलेरों कार से आए उसके पिता व पति के साथ मारपीट कर उसके पति को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताकर ले गए। इस मामले मे शुक्रवार को अजय पाल की पत्नी गंगादेई ने एसएसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।।
बरेली से कपिल यादव