प्रयागराज- महाकुंभ में मची भगदड़ घटना की जांच के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम का गठन किया है. इस टीम में गुरुवार से ही मामले की जांच शुरू कर दी है. ये टीम आज शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचेगी और घटनास्थल की जांच करेगी. न्यायिक आयोग की टीम इस दौरान मौके पर तैनात सुरक्षा बल और चश्मदीदों से बात घटना की वजह जानने की कोशिश करेगी. इसके साथ ही मेला प्रशासन की टीम के साथ भी एक बैठक करेगी ताकि इस तरह की घटना से बचा सके. महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले मची संगम नोज पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है. जिसके बाद इस घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया है. इस कमेटी में जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व आईपीएस वीके गुप्ता और पूर्व आईएएस डीके सिंह को सदस्य बनाया गया है. गुरुवार को लखनऊ में कमेटी ने बैठक की और जांच की कार्ययोजना तैयार की. न्यायिक आयोग की टीम आज शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचेगी, जहां दोपहर एक बजे उस घटनास्थल पर पहुंचेगी जहां भगदड़ हुई थी. इस दौरान ये टीम भगदड़ की वजह जानने की कोशिश करेगी, सुरक्षा में कहां और कैसे चूक हुई इन तमाम बिदुंओं पर पूछताछ होगी, ये टीम घटना के चश्मदीदों और उस समय मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों से भी सवाल-जवाब करेगी. जिसके बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. न्यायिक आयोग की टीम ने गठन के 24 घंटों के अंदर ही कार्यभार को संभाल लिया. टीम को एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट शासन को पेश करनी है. इस रिपोर्ट में घटना की वजह से लेकर तमाम कमियों और आगे ऐसी घटनाओं से कैसे बचा जा सके इसके सुझाव दिए जाएंगे. बता दें कि प्रयागराज भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हो गए हैं. इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने तुरंत एक्शन लेते हुए न्यायिक आयोग का गठन किया है.