मरीजों की सेवाभावी और उनके जख्मों पर मरहम पट्टी से बड़ा दुनिया में कोई पुण्य नहीं : अन्जू विश्नोई

राजस्थान/बाड़मेर- बाड़मेर शहर के नजदीकी क्षेत्रों और जिले में कहीं भी कोई हादसा होने पर सबसे पहले मरीज को नजदीकी अस्पताल में लेकर जाए ताकि मानवता के नाते घायल व्यक्ति का अमूल्य जीवन बचा सकते हैं और उनके परिवार के लोगों से पहले दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के लिए आप ईश्वर का अवतार हो। कोई भी अन्जान व्यक्ति किसी घायल को मिलने के दौरान नजदीकी अस्पतालों में सबसे पहले घायल हुए व्यक्ति का इलाज करने के दौरान भी हमें उसके बारे में ज्यादा जानकारी जुटा सकते हैं और उनके रिश्तेदारों को सूचित करने के साथ ही पुलिस थाने को भी सूचना देनी चाहिए। आजकल आधुनिक युग में तेजगति से वाहन चलाने के साथ ही मोबाइल फोन पर बातें करने के कारण वाहन चालकों का ध्यान भग होने के कारण हादसा हो जाता है, उसके भी घरबार है और घर पर उनके रिश्तेदार इन्तजार कर रहे होते हैं अकारण दुर्घटना घटित होने से अन्जान लोगों द्वारा सीधे अस्पताल पहुँचा देतें है। जब भी कोई घायल मरीज अस्पताल आता है तो सबसे पहले उसके बहते हुए रक्त वगैरह को रोकने के लिए मरहम पट्टी करते हैं ताकि रक्तस्त्राव कम से कम हो ये कहना है नर्सिंग आफिसर अन्जू विश्नोई का जिन्होंने अपने जीवन में घर परिवार से ज्यादा घायलों की सेवा करने का बीड़ा उठाया है।

विश्नोई ने कहा कि मदर टेरेसा की प्रेरणा से मैंने अपने जीवन में नर्सिंग करते हुए बिताया और नर्स भाई- बहनों का नि:स्वार्थ सेवाभाव, प्रेम व समर्पण को बहुत करीब से देखा है। उनका जज्बा हमेशा नये नर्सिंगकर्मियों को भी प्रेरित करता है। विश्नोई ने कहा कि नर्सिंग का काम सेवा, प्रेम और करुणा के भावों से भरा हुआ होता है। हमारे स्वास्थ्यकर्मी भाई-बहन लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पूरे समर्पण के साथ मेहनत करते हैं और मुश्किल हालात में भी लोगों की सेवा करते हैं।

सिनीयर नर्सिंग आफिसर वैणी दान चारण ने कहा की मरीज को अस्पताल आने के बाद में सबसे बड़ा रिश्तेदार तो अस्पताल का डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ़ होता है और वो मरीज को ईमानदारी से इलाज करने से मरीज जल्दी ही ठीक होता है इसलिए डाक्टर को कलयुग मे भगवान् का दर्जा दिया गया है।

बाड़मेर नर्सिंग ट्रेनिंग स्टूडेंट हर्षिता नागौरी और हर्षिता जागिड ने कहा कि हमें हमारे सिनीयर द्वारा यही सिखाया जाता है कि आम आदमी की चिकित्सा सेवाएं जिदंगी का महत्वपूर्ण हिस्सा है और अस्पताल आने वाले मरीजों के साथ हमारी सेवा भावना को देख कर मरीज को बहुत ज्यादा सकुन मिलता है और जल्दी स्वस्थ होकर अपने परिवारिक सदस्यों के पास चला जाता है लेकिन जेरे इलाज अस्पताल में नर्सिंग कर्मियों की सेवा उन्हें आजीवन याद रहती है इसमें कोई शक सुबहा नहीं। बचा सकते हैं।

भाजपा प्रवक्ता रमेश सिहं इन्दा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रिसिंपल और अस्पताल प्रबंधन डाक्टर बी एल मन्सुरिया के कुशल प्रशासनिक पकड़ के कारण ही बाड़मेर मेडिकल कॉलेज आज राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों की दौड़ में शामिल हुआ है। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है आजकल महिला जिला कलेक्टर टीना डाबी द्वारा पूरे शहर में नुवो बाड़मेर मिशन के तहत साफ़ सफाई अभियान चलाया जा रहा है वो दिन दूर नहीं जब बाड़मेर जिले का नाम स्वच्छता अभियान के कारण विश्व पटल पर अग्रणी पक्ति में आयेगा वो दिन सभी बाड़मेर निवासियों की मेहनत का शानदार परिणाम होगा।

– राजस्थान से राजूचारण

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