बिहार/मझौलिया- मंगलवार के दिन तमिलनाडू से जब एम्बुलेंस पारसा डुमरिया गांव पहुंचा तो परिजनों के रुदन से पूरे पंचायत में पसरा मातमी सन्नाटा। मृतक 21 वर्षीय नितेश कुमार की मां सुगान्ति देवी छाती छाती पीट पीट कर बेहोस हो जाती।होस आने पर रो रो कर कहती की हमरा ललनवा के ठीकेदारवा जान से मार देलअसन रे दादा और फिर बेहोस हो जाती को देख उपस्थित लोगों की आंखे नमन हो जाती और गला भर जाते।वही मृतक के पिता अमीरका यादव अपने बड़े पुत्र राकेश,छोटे पुत्र तूफान, पुत्री निभा को पकड़कर फफक फफक के रहे थे और कह रहे थे जो मेरे पुत्र नितेश को मजदूरी की मांग पर मौत के घाट उतारा है उनको मैं नही छोडूंगा।इस तरह से पूरा माहौल गमगीन और शोकाकुल हो गया था।पंचायत के मुखिया सुनील तिवारी ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को संतावना दिया,और इसकी सूचना मझौलिया पुलिस को दी।सूचना पाकर मझौलिया के दरोगा दिनेश प्रसाद दलबल के साथ पारसा डुमरिया गांव पहुंच मामले की जांच पड़ताल की।लेकिन ग्रामीणों और परिजन इनके जांच से असन्तुष्ट होकर मझौलिया थाना पहुंचे।मृतक के पिता अमीरका यादव ने थाना में लिखित आवेदन देकर 6 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराया है।यह जानकारी थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता ने दी।उन्होंने बताया कि मृतक के पिता के आवेदन के आलोक में प्रथमिकी दर्ज करते हुये। अभियुक्तों में अखलेश यादव, सुरेन्द यादव, धुरी यादव, रोबिन यादव, रंजन कुमार सभी पूर्वी चंपारण के सगौली थाना के कुर्मी टोला निवासी है,मझौलिया थाना के बहासी टोला निवासी चंदन कुमार शामिल है।आवेदक ने आवेदन में लिखा है कि अभियुक्तों ने तीन महीना पूर्व मेरे पुत्र नितेश को तमिलनाडू में कंगीयन जिला स्तिथ राइस मिल में मजदूरी करने के लिये ले गये थे।जहां मजदूरी मांगने को लेकर इस घटना को अंजाम दिया है।पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट