नागल/सहारनपुर- केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान को सरकार के नुमाइंदे ही पलीता लगाने में लगे हैं भारी भ्रष्टाचार के चलते यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है ऐसा ही एक मामला विकासखंड क्षेत्र के नगली मेहनाज में देखने को मिला, जहां शौचालय निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री प्रयुक्त होने के चलते कुछ दिनों पूर्व ही बनवाए गए शौचालय हल्की सी बारिश में ही धराशाई हो गये।
ग्रामीण सचिन शर्मा, महबूब अली, प्रकाशी, विजेंदर, संजय, राजेश, हरि भजन, पीरथी, रविंदर, मांगा व राजेश्वर आदि ने बताया कि ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत के चलते मानकों के अनुसार शौचालयों के निर्माण में निर्माण सामग्री प्रयुक्त नहीं की जा रही है जिसका विरोध उन्होंने किया था लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव ने इसे अनसुना कर डपकते हुए शौचालय निर्माण सूची से नाम हटाने की धमकी दी, जिसका नतीजा यह रहा कि शौचालय संपूर्ण होने से पूर्व ही हल्की सी बारिश में भर-भराकर गिर पड़े गनीमत यह रही कि कोई व्यक्ति इसमें घायल नहीं हुआ।
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के तहत बारह हजार रुपयों की धनराशि इन शौचालयों के निर्माण के लिए उपलब्ध कराई जाती है जिसमें अच्छी क्वालिटी के दरवाजे व टाइल्स आदि प्रयुक्त किए जाने का प्रावधान है, किंतु भ्रष्टाचार के चलते शौचालयों के निर्माण में मानकों के अनुरूप सामग्री नहीं लगाई जा रही है।
– सुनील चौधरी ,सहारनपुर