आजमगढ़- आजमगढ की भाजपा नेत्री पूर्व राज्यसभा सांसद कुसुम राय पर सगे पट्टीदार के बन रहे घर की दीवार को आधी रात में जेसीबी से ही गिरा डालने का आरोप सामने आया है। थाना बिलरियागंज थाना के मानपुर पटवध गांव में कुसुम राय का मायका है और ज्यादातर उनका यहाँ आना जाना रहता है। आरोप है कि पूर्व सांसद व उनके परिवार के लोगों ने सगे पट्टीदार आनंद राय का निर्माणाधीन मकान पुलिस बल का दुरुपयोग कर जेसीबी लगाकर गिरवा दिया। जिसमे पीड़ित का कहना है कि वह कमजोर है तथा कैंसर से पीड़ित है। पुराना मकान बारिश में ढह जाने की वजह से अपने बगल की जमीन में मकान का निर्माण शुरू किया था जिसको कुसुम राय अपने भाई भतीजों तथा अन्य गोलबंद लोगों के साथ रोक दिया। जिसकी फरियाद लेकर वह एसडीएम सगड़ी के पास गये और एसडीएम ने 23 तारिख दिन रविवार को दोनो पक्षों को सुनने की तारीख नियत किये थे कि 21 तारीख को ही अपने सत्ता का दुरुपयोग कर थानाध्यक्ष बिलरियागंज पर दबाव बनाकर धारा 151 मे सिर्फ एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए शांतिभंग में चालान कर दिया। पीड़ित के अनुसार अभी हम जमानत कराकर आ रहे है तब तक 22 की रात पुलिस बल एवं गुंडई के बल पर जेसीबी से यह कहकर दीवार को गिरा दिया और कहा गया कि मेरी पार्टी की सरकार है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। वहीं यह भी कहा कि आम के पेड़ के बाग़ को काटने का आरोप लगाया गया जबकि एक पेड़ जर्जर था जिसको मौके पर देखा जा सकता है। ऐसी हालत मे जनपद स्तर पर न्याय न मिलने से पीड़ित पक्ष मुख्यमंत्री दरबार तथा उच्चाधिकारियों से अपनी फरियाद लेकर जाने की बात कह रहे हैं। मामले में कुसुम राय के अनुसार नए कई आम के पेड़ को काटा गया और अवैध रूप से निर्माण कराया जा रहा था। लखनऊ में जानकारी मिलने पर उन्होंने प्रशासन से कहा तो प्रशासन ने रुकवा दिया। जेसीबी से गिराने का कोई प्रमाण है तो बताएं। पूरे प्रकरण में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार सत्ता का कोई दबाव नहीं है मामला पारिवारिक विवाद का है। दोनों पक्ष एसडीएम सगड़ी के यहाँ गए थे। मामले में पक्की पैमाइश होनी थी। लेकिन इससे पूर्व ही वहां पर निर्माण होने लगा था। जिसको रोका गया था। इस कारण निर्माण करने वाले पक्ष पर धारा 151 के अंतर्गत कार्रवाई की गयी। किसी को थाना से नहीं भगाया गया था। दूसरा पक्ष भी तहरीर देगा तो नियमानुसार कार्रवाई होगी।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़