बरेली। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में पेंशन, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसे कई मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों ने अफसरों को सवालों में घेरा। प्रमुख योजनाओं की समीक्षा के दौरान विधायकों और ब्लॉक प्रमुखों ने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं कागजों मे दुरुस्त है मगर असलियत मे हाल बदहाल है। मुख्यालय पर बैठे अफसर हमारी शिकायत तक नही सुनते तो जनता की क्या सुनेंगे। किसी को कार्यालय भेजो तो भी टालमटोल कर देते है। विकास भवन सभागार मे शुक्रवार को हुई बैठक को अध्यक्षता कर रहे सांसद छत्रपाल गंगवार ने मनरेगा, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ, पीएम आवास (ग्रामीण) आदि योजनाओं की समीक्षा की। जल कल विभाग की समीक्षा के दौरान सहायक अभियंता ने पाइप लाइन डालने को खोदी गई गलियों को पक्का कराने का आंकड़ा बताने का जमकर विरोध हुआ। विथरी के ब्लॉक प्रमुख पति हरेंद्र पटेल, भदपुरा ब्लॉक प्रमुख रवि गंगवार, जिपं सदस्य सतेंद्र यादव आंकड़े फर्जी बताते हुए हमलावर हो गए और साक्ष्य दिखाने की मांग की। डीएम से कहा विभाग के लोगों ने परेशान कर रखा है। हर बैठक मे उखड़ी सड़कों का मुद्द उठाते हैं, इन पर कोई फर्क नही पड़ता है। हरेंद्र पटेल और रवि गंगवार ने अपने क्षेत्र के कई गांव के नाम बताए। जहां सड़कें सालों से उधड़ी पड़ी है। इस पर सांसद ने एई से कहा कि जिन सड़कों की मरम्मत हो चुकी है। उसकी सूची मीटिंग में उपलब्ध कराएं। एई सूची नही दिखा सके। डीएम ने सूची जनप्रतिनिधियों को शाम तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बिथरी ब्लॉक मे तैनात बीएमएम इकरा पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए ब्लॉक प्रमुख हरेंद्र पटेल ने डीसी एनआरएम को घेरा तो वह चुप्पी साध गए। फरीदपुर विधायक प्रो. डॉ. श्याम बिहारी ने कहा कि पीएम आवास समेत कई योजनाओं पर दलाल हावी है। बिथरी से मेहतरपुर करोड़ वाली सड़क पर चाहें विशेष मरम्मत का काम कराया जाए या फिर सडक फिर से बनाई जाए। दोनों मे एक भी काम नहीं हुआ तो अगली बैठक मे एक्सईएन के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास करेंगे। यही नहीं, चीफ इंजीनियर को भी तलब करेंगे। नवाबगंज विधायक डॉ. एमपी आर्या अफसरों पर जमकर बिफरे। बोले, उनके बार-बार पत्र लिखने और फोन करने के बाद भी अफसर अनसुनी कर देते हैं। डीसी एनआरएम ने तो हद की सभी सीमाएं पार कर दी। आलमपुर जाफराबाद के ब्लॉक प्रमुख वेद प्रकाश यादव ने कहा कि उनके क्षेत्र में एक स्कूल में घटिया सामग्री का उपयोग कर बनाई गई बाउंड्रीवाल बनने के छह महीने के बाद ही गिर गई थी। तत्कालीन डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने शिकायत के बाद जांच कराई। मामला सही पाए जाने पर रिकवरी के आदेश हुए, लेकिन वर्तमान डीसी मनरेगा इस मामले को दवा गए। बैठक में जिपं अध्यक्ष रश्मि पटेल, मेयर डा. उमेश गौतम, एमएलसी कुंवर महराज सिंह, विधायक अताउर्रहमान, राघवेंद्र शर्मा, डीएम अविनाश सिंह, सीडीओ देवयानी, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्या, एआरटीओ पीके सरोज, पीडी चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, डीपीआरओ कमल किशोर मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव