वाराणसी- बेनियाबाग से 19 दिसम्बर को गिरफ्तार आंदोलनकारियों से गुरुवार को मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिला जेल में जाकर मिला। मुफ्ती बातिन ने जेल में आंदोलनकारियों से उनकी सेहत और जेल में मिल रही सुविधाओं की जानकारी हासिल की।
आंदोलनकारियों ने बताया कि उन लोगों का जुलूस पूरी तरह शांतिपूर्ण था। जुलूस केंद्र सरकार की मौजूदा नीति के खिलाफ था। जिसके तहत सरकार देश के मौजूदा संवैधानिक ढ़ांचे को तोड़ने की कोशिश कर रही है। इन्हीं मुद्दों को लेकर निकले जुलूस में शामिल लोंगो को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी पहले धारा 151 में की गयी ,बाद में गंभीर धाराएँ लगा दी गयी। जिससे आंदोलनकारी ज्यादा समय तक जेल में रहें और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज न उठा सकें।
मौलाना बातिन ने आंदोलनकारी साथियों की बातों को सुनने के बाद उन्हें भरोसा दिया कि शासन-प्रशासन से इस सवाल को लेकर बातचीत का सिलसिला जारी है। उनसे अपील किया गया है कि आंदोलनकारियों पर लगे गंभीर धाराओं को हटाया जाएं साथ ही उनकी रिहाई का मार्ग प्रश्स्त किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में मौलाना हारून नक्शबंदी, डा.मोहम्मद आरिफ़, हाजी इश्तियाक, ए.के.लारी, अमीनुद्दीन, फादर आनंद मैथ्यू, मुनीजा रफिक, बाबू अली साबरी, राजकुमार गुप्ता, शहजादी आदि शामिल थे। इस दौरान जिला जेल के जेलर मुफ्ती बातिन और साथियों का स्वागत किया और आंदोलनकारी साथियों को उनके बैरकों से बाहर बुलाकर मुलाकात कराया। अंत में जरूरतमंद कैदियों को गर्म कपड़े का भी वितरण किया गया।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी