मौदहा( हमीरपुर)- बुंदेलखंड क्षेत्र के जनपद झांसी, जालौन एवं हमीरपुर से लाखो की संख्या में भाद्रप्रद अमावस्या में चित्रकूट पैदल पहुंचने वाले यात्रियों के लिए प्रसाद की व्यवस्था नगर क्षेत्र से गुजरने पर जगह जगह समाजसेवियों ने की और उन्हें आराम से बैठाकर भरपेट भोजन करा भगवान कामतानाथ का नाम ले आगे के लिए रवाना किया वहीं बिगत कई वर्षों से बुंदेलखंड नव निर्माण सेना भारत के ग्राम कुनेहटा कार्यालय में भी कामतानाथ पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के भोजन की उत्तम व्यवस्था की जा रही है सेना अध्यक्ष विनय तिवारी का मानना है की बुंदेलखंड का चित्रकूट वो पावन क्षेत्र है जहा भगवान श्री राम जी माता सीता व अनुज लक्ष्मण सहित वनवास काल का अधिकतम समय यही बिताए जो चित्रकूट में कामद गिरी पर्वत के नाम से जाना जाता है जहा लोगो की बहुत गहरी आस्था है वैसे तो प्रत्येक अमावस्या को यहां दूर दराज से सैकड़ों की संख्या में पैदल यात्रा कर श्रधदालु पहुंचते हैं परंतु भाद्रप्रद की अमावस्या में लाखो की संख्या में लोग पैदल यात्रा करते है इस अमावस्या की एक अलग ही मान्यता है क्या बड़े बूढ़े क्या बच्चे सब पैदल सर में बैग और दिन रात चलते हुए भगवान कामतानाथ के दरबार में पहुंच अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं इस अमावस्या को चित्रकूट में श्रद्धालुओं की भक्ति देखते ही बनती है।