बरेली। प्रेमनगर गौटिया स्थित प्लाईवुड गोदाम मे बुधवार शाम भीषण आग लग गई और वहां रखे तमाम प्लाईबोर्ड जलकर खाक हो गए। सूचना पर बिथरी पुलिस और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। किला के मोहल्ला साहूकारा मे रहने वाले दीपांशु अग्रवाल की बिथरी चैनपुर में परसौना रोड पर प्लाईवुड फैक्ट्री है। वहां तैयार होने वाले प्लाईबोर्ड को रखने के लिए उन्होंने उड़ला जागीर के मौजा प्रेमनगर गौटिया में गोदाम में बना रखा है। बताया जाता है कि बुधवार शाम करीब सात बजे इस गोदाम में अचानक आग लग गई। प्लाईवुड ज्वलनशील होने के कारण कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। जिससे वहां हड़कंप मच गया। सूचना पर बिथरी चैनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड की टीम भी फायर टेंडर लेकर पहुंच गई। सबसे पहले बरेली से फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। मगर आग की विकरालता को देखकर परसाखेड़ा और फरीदपुर से भी फायर ब्रिगेड की टीमों को बुला लिया गया। आठ गाड़ियां पानी की बौछार कर आग बुझाने में जुट गई लेकिन आग इतनी विकराल थी कि उस पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। कड़ी मशक्कत के बाद करीब चार घंटे में फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। वही गोदाम से कुछ ही दूरी पर आबादी क्षेत्र है और एक घर करीब सौ मीटर की दूरी पर बना हुआ है। गोदाम में लगी आग इतनी विकराल थी कि उसकी लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। इसके चलते आसपास के लोग दहशत के चलते घरों से निकलकर सड़क पर आ गए। इस हादसे में गोदाम में रखे तमाम प्लाईबोर्ड जलकर खाक हो गए। गोदाम मालिक दीपांशु अग्रवाल का कहना है कि आग से उनका बड़ा नुकसान हुआ है। गोदाम मालिक दीपांश अग्रवाल ने शॉर्ट सर्किट से हादसे की आशंका जताई है। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि गोदाम में आग से बचाव के इंतजाम किए गए थे या नही।।
बरेली से कपिल यादव
