राजस्थान/बाड़मेर- बाड़मेर जिला अस्पताल ब्लड सेंटर में हमेशा की तरह आज भी स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. हनुमान राम चौधरी अधीक्षक, डॉ रवि गोयल प्रभारी ब्लड सेण्टर द्वारा फीता काटकर किया गया। अधीक्षक डॉ. हनुमान चौधरी ने कहा:”रक्तदान महादान है, यह जीवन रक्षा का सबसे बड़ा पुण्य है। हर बूंद रक्त किसी के जीवन को नई रोशनी देता है। आइए, हम सभी इस नेक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मानवता की सेवा ही सच्ची श्रद्धांजलि है। शिविर में चौपन यूनिट रक्तदाताओं ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया, जिससे कई लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी। गोरखा राम गोरा फाउंडेशन द्वारा सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
रक्तदान शिविर तो साल भर चलते रहते हैं लेकिन ब्लड ट्रांसपोर्ट बॉक्स के लिए भामाशाहो का इन्तजार है, बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने के दौरान डाक्टर को अगर रक्त की कमी मरीजों की जाच रिपोर्ट में लगते ही मरीज को खून चढाने का लिखा जाता है और मरीजों के परिजन सीधे ब्लड बैंक जाकर रक्तदान करने के पश्चात मरीजों को चढाने के लिए जो रक्त मिलता है वो कभी कभार प्लास्टिक की थैली में या फिर परिजनों द्वारा अपने पहनने वाले कपडों के अन्दर ढक कर ले जाया करते हैं इससे तो अच्छा तो मेडिकल कॉलेज बनने से पहले कम से कम रक्त को एक डिब्बे में डालकर दिया जाता था और सम्बंधित वार्ड में नर्सिगकर्मियों को रक्त देकर वापस रसीद ब्लड बैंक में जमा करवाया जाता है लेकिन डिब्बे खो जाता है और ब्लड बैंक कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी बढती है लेकिन ये ढर्रे कब तक बदलेंगे।
भाजपा महामन्त्री रमेश सिहं इन्दा ने कहा कि हमें भी प्लास्टिक थैली में रक्त लेजाते हुए अच्छा नहीं लगता है कारण छोटी छोटी कमियाँ खोज कर दूर करेंगे वैसे ब्लड ले जाने के लिए छोटे बक्से मुख्य रूप से ब्लड ट्रांसपोर्ट बॉक्स कहलाते हैं, जो रक्त को एक विशिष्ट तापमान पर रखने के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं, ताकि उसकी गुणवत्ता बनी रहे। ये बक्से खास तरह के होते हैं और इनमें तापमान नियंत्रण की डिजिटल डिस्प्ले वाली सुविधाएँ होती हैं, जो रक्त को 4°C या अन्य निर्धारित तापमान पर सुरक्षित रखती हैं।
इस अवसर पर आयोजकों ने सामाजिक सेवा और मानवता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।शिविर में तुलसा राम चौधरी वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी, इंचार्ज धर्म नारायण पोटलिया, डाटा मैनेजर अबरार मोहम्मद, पीआरओ जोगेन्द्र माली, ह्यूमैनिटी रक्त एवं सेवा सोसायटी के संयोजक भूटाखान जुनेजा, रामलाल गोरा, गोरखा राम गोरा, रामाराम डूडी, रामाराम भींचर अध्यापक, सुरेंद्र गोरा, जेताराम डूडी, और केशर सिंह, सवाई सिंह गोयल, देविका गोरा, अर्जुन सिंह गोदादेव, केशर सिंह, मोहन मुंढन, प्रदीप सिंह, जेताराम डूडी सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।
– राजस्थान से राजूचारण