बरेली। कस्बे के रबड़ फैक्ट्री के जंगल में बाघ देखे जाने के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों ने रबड़ फैक्ट्री के जंगल की ओर जाना छोड़ दिया है। जिससे तेंदुआ व बाघ किसी तरह का नुकसान न पहुंचा दे। फिलहाल वन विभाग की टीम लगातार तेंदुआ व बाघ को ट्रैक करने में लगी हुई। रबड़ फैक्ट्री में ललित कुमार वर्मा मुख्य वन संरक्षक ने कैमरा के द्वारा बाघ की पुष्टि की। मंगलवार को भी तेंदुआ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा मंगवाया गया है और इसे वुधवार को लगाया जाएगा। ललित कुमार वर्मा ने अपनी टीम के साथ बाघ को पकड़ने की रणनीति बनाई है और आसपास के इलाकों में सूचना के लिए भी कह दिया है। एसडीओ बीएन सिंह ने कहा तकनीकी खराबी के आने से मंगलवार को पिंजरा नहीं लग सका बुधवार को पिंजरा लगेगा। डीएफओ भरत लाल ने बताया कि रबड़ फैक्ट्री क्षेत्र में कैमरे लगाए गए थे जिसमें बाघ होने की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से वन विभाग की टीम बाघ को ट्रैक करने में लगी हुई है। रबड़ फैक्ट्री के जंगल में तेंदुआ को ट्रैक करने के लिए ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं। जोकि सेंसटिव कैमरे होते है, जिसमें बाघ को देखा भी गया है। ट्रैकिंग कैमरे में दिखने वाला बाघ एक ही है। जिसने अभी तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि तेंदुआ रबड़ फैक्ट्री के जंगल में पिछले काफी समय से रह रहा हो। उसे वहां पर जंगल जैसा माहौल और सभी चीजें उपलब्ध हो रही हैं। जिससे वह वहीं पर बना हुआ है। रबड़ फैक्ट्री जंगल में कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही पिजड़ा भी मंगवाया गया है इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है कि पिंजरा वुधवार को लगाया जाएगा। मौके पर मौजूद रामपुर रेंजर एके कश्यप, पीलीभीत टाइगर रिजर्व डायरेक्टर एच राजा मोहन, कानपुर जू डायरेक्टर आरके सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी एके सिंह आदि अधिकारी उपस्थित रहे।।
– बरेली से कपिल यादव