बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। जनपद के थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र मे एक बांग्लादेशी युवक को फतेहगंज पश्चिमी इलाका इतना पसंद आया कि एक बार वैध तरीके से आने के बाद वह दोबारा अवैध रूप से भारत मे घुस आया। उसने फतेहगंज पश्चिमी मे आकर अवैध रूप से रहने लगा। उसने यहां क्लीनिक भी खोल लिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिक का नाम राजू उर्फ राज मंडल है। वह ढाका के पास खुला गाटा जिले के सुंदर महल का रहने वाला है। पुलिस ने उससे पूछताछ की। उसने बताया कि वर्ष 2017 मे वह वीजा लेकर बांग्लादेश से बरेली आया था और अगली साल वापस चला गया। उसे बरेली काफी पसंद आया। उसे यहां रोजगार की संभावना दिखी। वह दोबारा अवैध तरीके से भारत आया और यहां बल्लिया गांव मे क्लीनिक खोलकर खुद को बंगाली डॉक्टर बताने लगा। पुलिस की जांच पड़ताल मे उसकी पोल खुल गई। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि बंग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को जानकारी मिली कि गांव बल्लिया मे बांग्लादेशी युवक रह रहा है और बंगाली दवाखाना खोलकर लोगों का इलाज कर रह रहा है। सूचना मिलने के बाद उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ मे आरोपी ने बताया कि आरोपी राजू उर्फ राजमंडल को फतेहगंज पश्चिमी इलाका इतना पसंद आया कि एक बार वैध तरीके से आने के बाद दोबारा चोर रास्ते से भारत मे आ गया। पुलिस पूछताछ मे आरोपी राजू ने बताया कि वह 2017 मे वीजा लेकर बांग्लादेश से बरेली आया था। वीजा की अवधि समाप्त होने पर अगली साल 2018 जून मे वापस चला गया, लेकिन रोजगार की संभावना के चलते बरेली उसके दिल दिमाग मे बसा था। उसने दोबारा वीजा लेने का प्रयास किया। पुलिस के अनुसार आरोपी ने बताया कि जब उसे दोबारा वीजा नही मिला तो उसने बिना वीजा के भारत आने की ठान ली। बचते-बचाते चोरी से वह दिल्ली मे आ गया। यहां उसने फर्जी तरीके से आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत जरूरी दस्तावेज बनवा लिए। एक साल दिल्ली मे रहने के बाद वह वर्ष 2021 मे आकर गांव बल्लिया निवासी छत्रपाल साहू के घर मे किराये पर रहने लगा। पास मे ही गांव के साबिर हुसैन के मकान मे बंगाली क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज करने लगा। ग्रामीणों से अच्छे व्यवहार से पेश आने के कारण उसकी खूब कमाई भी होने लगी। इसी बीच किसी ने उसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस उधर जांच कर रही थी कि आरोपी को भनक लगी और वह ढाई महीने पहले क्लीनिक बंद करके दिल्ली चला गया। दोबारा से यहां आया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया वह बांग्लादेश से अकेले ही आया था। उसका बरेली में कोई नेटवर्क नहीं है, लेकिन दिल्ली में उसके जैसे तमाम लोग पहले से रहते हैं। वह चाहता है कि अगर उसने गुनाह किया है तो दिल्ली में रहने वाले बांग्लादेशियों की भी गिरफ्तारी की जाए। पुलिस कार्रवाई की भनक लगने के बाद खिरका सीएचसी प्रभारी संचित शर्मा की अगुवाई मे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पता लगा कि चिकित्सा पेशे से जुड़ा कोई कागजात उसके पास नही था। एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि अवैध रूप से फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में रह रहे झोलाछाप राजू मंडल को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास दिल्ली के जो दस्तावेज मिले, वह उसने फर्जी तरीके से तैयार कराए हैं। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। विवेचना में सच्चाई सामने लाई जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव