बरेली। विश्व तंबाकू निषेध दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है। यह दिन तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे मे जागरूकता बढ़ाने और इसके सेवन को कम करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा शुरू किया गया था। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 की थीम तंबाकू उद्योग की दखल से बच्चों की रक्षा करना है ताकि भविष्य की पीढ़ियों की रक्षा की जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि तंबाकू के इस्तेमाल में गिरावट जारी रहे। इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज बरेली के पब्लिक हेल्थ डेन्टिस्ट्री डिपार्ट्मन्ट मे 20 मई से 5 जून तक विश्व तंबाकू निषेध माह मनाया जा रहा है। तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद करने के लिए 20 मई को श्रमिक वर्ग के बच्चों के लिए हल्द्वानी मे एक शिविर आयोजित किया गया था। बच्चों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित किया गया। डॉक्टर्स द्वारा तंबाकू से होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाई गई और लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख डॉ. शिवलिंगेश, डॉ. चंचल गंगवर सहित पोस्टग्रेजुएट छात्र डॉ. सार्थक, डॉ. अर्जुन, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. पलक, डॉ. पल्लवी, डॉ. आकांक्षा, डॉ. अंजलि, डॉ. शाम्भवी मौजूद रहे। इस अवसर पर इंस्टिट्यूट के प्रधानाचार्य डॉ सत्यजीत नायक भी मौजूद रहे उन्होंने यह बताया कि कैसे तंबाकू हमारे सेहत के लिए हानिकारक है और इससे हृदय रोग सांस के रोग कैंसर जैसी बीमारियां होती हैं। तंबाकू प्रयोग करने वालों को यह भी बताया गया कि इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंसेज में रूम नंबर 26 में तंबाकू उन्मुक्ति केंद्र मौजूद है जिसमें तंबाकू छोड़ने के लिए काउंसलिंग दी जाती है। वहीं एसआरएमएस मेडिकल कालेज में शुक्रवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ. हिमांशी खट्टर, डॉ. अभिषेक भद्री, डॉ. ब्रिजेश महेश्वरी, डॉ. पल्ववी गौड़, डॉ. लाया के सातियान, डॉ. अनिकेत जाधव, डॉ. संयमिता जैन, डॉ. अनीश एके, डॉ. सोमदत्ता सिंघा, डॉ. श्रद्धा श्रीवास्तव, डॉ. निहारिका जसूजा, डॉ. नितिन मालवीय, डॉ. श्वेता सिंह और डॉ. मिशा गर्ग ने नुक्कड़ नाटक के जरिये तंबाकू खाने से होने वाले दुष्परिणामों को बताया और इससे बचने के लिए जागरूक किया। पीजी स्टूडेंट मीशा ने तंबाकू के दुष्परिणामों को दर्शाती कविता सुना कर किया सभी को जागरूक किया। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक व कैंसर विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. पियूष कुमार ने मरीजों और तीमारदारों को खुद तंबाकू न खाने और किसी अन्य को भी इसे न खाने से रोकने की शपथ दिलाई।।
बरेली से कपिल यादव