बरेली। जनपद मे पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातो पर उनके रिश्ते मे दरार पड़ रही है। कई बार शक और गलतफहमियों की वजह से परिवार टूटने की नौबत आ रही है। पति-पत्नी अलग-अलग रह रहे हैं। बरेली में रोज इस तरह की चार से पांच शिकायतें वन स्टॉप सेंटर पहुंच रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो बीते चार साल मे पति-पत्नी के झगड़े से जुड़े मामलों मे आठ गुना तक इजाफा हुआ है। इनमें से 20-30 फीसदी मामले तलाक तक पहुंच रहे है। वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक चंचल गंगवार के अनुसार वर्ष 2021-22 में दंपती के बीच विवाद के 141 मामले दर्ज किए गए थे। 2022-23 में 370, 2023-24 में 749 मामले आए। 2024-2025 में 1201 मामले वन स्टॉप सेंटर आ चुके हैं। वर्ष 2021-22 और 2024-25 के आंकड़ों के अनुसार इस तरह के मामले आठ गुना तक बढ़े है। जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा ने बताया कि यहां कई ऐसे परिवार आते है। जिन्हें समझना मुश्किल हो जाता है। फिलहाल हमारी यही कोशिश रहती है कि उनका परिवार टूटने से बचा लिया जाए। मुस्लिमों से जुड़े 60 से 70 फीसदी मामलों की वजह पति का दूसरा निकाह है। ज्यादातर मामलों में बीवी को तलाक दिए बिना शौहर दूसरा निकाह कर लेते है या पत्नी पर आरोप लगाकर उन्हें घर से बाहर कर देते हैं। ऐसे मे महिलाएं न्याय के लिए कानून का दरवाजा खटखटाती है। वही बारादारी थाना क्षेत्र निवासी दंपती में बेटी को लेकर विवाद बढ़ा तो पत्नी ने वन स्टॉप सेंटर मे आपबीती सुनाई। थाना कैंट क्षेत्र निवासी दंपती मे छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लगे तो पत्नी मायके चली गई। पति ने उसे बुलाने से इन्कार करते हुए दूसरी शादी की बात कही तो पत्नी ने शिकायत कर दी। भोजीपुरा के एक मामले मे प्रताड़ना से तंग आकर विवाहिता शादी के तीन माह बाद ही मायके चली गई। बाद मे पता लगा कि पति का संबंध दूसरी युवती से है।।
बरेली से कपिल यादव