बरेली। शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। कैबिनेट ने जल निगम की 265 करोड़ की पेयजल आपूर्ति योजना को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की मंजूरी मिल जाने के बाद शहरवासियों को बड़ी सौगात मिली है। पुराने शहर, सुभाषनगर व नगर निगम सीमा में आने वाले गांव शामिल हैं। इसके अलावा दौ सौ से अधिक क्षेत्रों में अभी तक पानी की पाइप लाइन नहीं पहुंची है। शहर के लगभग सभी 80 वार्डों में पानी की किल्लत सबसे अधिक है। यहां गंदे पानी से लेकर लो प्रेशर की समस्या बनी रहती है। जलनिगम की ओर से नगर निगम सीमा के गांव और मोहल्लों का सर्वे कर पानी की लाइन डालने के लिए 269.95 करोड़ की योजना का प्रोजेक्ट बनाया था। इस प्रोजेक्ट को चार माह बाद कैबिनेट की मंजूरी मिली है हालांकि अधिकारियों के मुताबिक कैबिनेट ने इस कार्य के लिए 265 करोड़ की मंजूरी दी है। अब टेंडर की ई- निविदाओं को जलनिगम के अधिकारी पूरा कर, जल्द काम शुरू कराने की बात कह रहे हैं। पुरानी लाइनें होंगी बंद, कई इलाकों में नई लाइनें बिछाएगा जल निगम 80 वार्डों के कई मोहल्लों से गंदे पानी की शिकायतें आ रही हैं। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक जहां पुरानी और नई लाइनें दोनों बिछी हैं, वहां पर सबसे अधिक परेशानी सामने आ रही है। पुरानी लाइनों को पूर्ण रूप से बंद किया जाएगा। इसके अलावा प्रोजेक्ट के तहत जिन इलाकों में सालों से पुरानी लाइनें पड़ी हैं और बदली नहीं गई हैं, या समय-समय पर गलने की शिकायतें आती है। उन्हें बदला जाएगा। इसमें प्रमुख तौर पर पुराने शहर के हजियापुर, सूफी टोला, कुरैश नगर, रबड़ी टोला, कटरा चांद खां, सेमलखेड़ा को शामिल किया गया है। जल निगम के एक्सईएन संजय कुमार ने बताया कि कैबिनेट से प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। यह प्रोजेक्ट 269.95 करोड़ का बनाया गया था, जिसमें 265 करोड़ की मंजूरी मिली है। शासनादेश के बाद ई-निविदाएं निकालकर टेंडर प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इसी माह से काम शुरू होने की उम्मीद है।।
बरेली से कपिल यादव
