बरेली। बरेली कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और मैनेजमेट गुरु प्रो. एनएल शर्मा का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया। निधन की सूचना आते ही लोग शोक में डूब गए। लोगों ने उनके घर पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। सोशल मीडिया उन्हें श्रद्धांजलि देने वाली पोस्टों से भर गया। प्रो. शर्मा की अंत्येष्टि सुबह दस बजे मॉडल टाउन शमशान भूमि पर होगी। प्रो. शर्मा को अचानक तबियत खराब होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। जानकारी मिलते ही उनके कीर्ति नगर आवास पर सैकड़ों लोगों का तांता लग गया। प्रो. एनएल शर्मा का जन्म 1 जनवरी 1946 को बदायूं मे हुआ था। बरेली कॉलेज में कॉमर्स विभाग के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने ख्याति अर्जित की। वो बरेली कॉलेज के प्राचार्य भी रहे। प्रबंधन के विषय में गजब की पकड़ के चलते उन्होंने मैनेजमेंट गुरु के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। भाषा पर शानदार पकड़ होने के कारण लोग उनके व्याख्यानों को सुनने दूर-दूर से आते थे। सेवानिवृत्ति के बाद भी वो लगातार विभिन्न शैक्षिक, सामाजिक और साहित्यिक संस्थाओं में सक्रिय रहे। उनकी अनेक किताबें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके पुत्र विवेक शर्मा बिहार में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में डीन है। पुत्री प्रज्ञा शर्मा हैदराबाद में निवास कर रही है। उनके निधन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सतोष गंगवार, पूर्व प्राचार्य डॉ. शशि वाला राठी, साहित्यकार सुरेश बाबू मिश्रा, इंद्रदेव त्रिवेदी, रोहित राकेश, निरुपमा अग्रवाल, केके महेश्वरी, विनय खंडेलवाल, सीए राजेन विद्यार्थी, प्रो. राजकुमार, रंजीत पांचाले, राज नारायन गुप्ता, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, विशाल शर्मा आदि ने निधन पर शोक जताया। वही अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रान्त के संरक्षक डॉ. एन एल शर्मा के निधन पर शोक सभा हुई। निधन के चलते रविवार को होने वाली गोष्ठी को स्थगित कर दिया गया। ब्रज प्रान्त के अध्यक्ष डॉ. सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि डॉ. एनएल शर्मा का महाशून्य में विलीन हो जाना साहित्य परिषद के लिए बड़ी क्षति है। डॉ. वीके शर्मा ने कहा कि वे प्रखर वक्ता और ख्यातिलब्ध साहित्यकार थे। उमेश चन्द्र गुप्ता, प्रभाकर मिश्र, डॉ. ब्रजेश कुमार शर्मा , निरूपमा अग्रवाल, डॉ. विमलेश दीक्षित, मोहन चन्द्र पाण्डेय, डॉ. एके गुप्ता, आरपी सिंह आदि शामिल रहे।।
बरेली से कपिल यादव