नागल /सहारनपुर – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण बचाने के लाख प्रयासों के बावजूद भी बजाज हिंदुस्तान शुगर यूनिट डिस्टलरी गांगनौली की चिमनी से छाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। जिस कारण ग्रामीणों के साथ साथ क्षेत्रवासियों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण नई दिल्ली एनजीटी अध्यक्ष के नाम शिकायती पत्र भेजते हुए कस्बा नागल निवासी सुनील कुमार ने बताया कि क्षेत्र के गांव गांगनोली में बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल व डिस्टलरी इकाई से निकलने वाली फ्लाई ऐश और उससे निकलने वाला गंदा पानी बैगास, राख प्रेसमंड व मिल से निकलने वाली छाई के कारण क्षेत्रवासियों का जीना मुहाल हो गया है। जिसके प्रदूषण के कारण विभिन्न प्रकार की त्वचाजनित बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है जिसका ताजा उदाहरण लम्पी नामक बीमारी से दर्जनों पशु काल के ग्रास में समा गए हैं जिसका जिम्मेदार बजाज हिंदुस्तान मिल प्रबन्धन है, क्योंकि मिल प्रबंधन की लापरवाही के कारण ही लोगों में एलर्जी त्वचा के गंभीर रोग में कैंसर जैसी घातक बीमारी फैल रही है। गांव गाँगनौली निवासी सुशील चौधरी, अनिल कुमार, चरणसिंह की गाय,बसेडा निवासी ओमपाल की भैंस, गय्यूर की गाय, पहाडपुर निवासी अरुण कुमार की गाय,मीरपुर मोहनपुर निवासी देवीशरण, मास्टर मनीराम शर्मा की गाय ने लम्पीसँक्रामक बीमारी फैलने के कारण दम तोड़ दिया है। सुनील कुमार ने एनजीटी अध्यक्ष से बजाज डिस्टलरी व चीनी मिल के प्रदूषण फैलाने वाले क्रिया कलापो पर रोक लगाकर उचित कार्रवाई करने की मांग की है जिससे क्षेत्र में चीनी मिल की गन्दगी के कारण फैल रही त्वचा जनित बिमारियों पर अंकुश लग सके।
– सहारनपुर से सुनील चौधरी
